पत्रकार को मिली पीएम मोदी और मुख्यमंत्री की आलोचना करने की सजा, देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 1, 2018 08:53 IST2018-12-01T08:53:36+5:302018-12-01T08:53:36+5:30
27 नवंबर को मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगकेम को एनएसए के तहत पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया था और पश्चिम इम्फाल में सीजेएम अदालत ने मामले में जमानत देने के 24 घंटों से भी कम समय बाद जेल भेजा था

पत्रकार को मिली पीएम मोदी और मुख्यमंत्री की आलोचना करने की सजा, देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार
मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगकेम को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इनपर बीजेपी की अगुवाई वाली मणिपुर सरकार की आलोचना करने का आरोप है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर पत्रकार ने मणिपुर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। बताया जा रहा है कि पत्रकार ने सोशल मीडिया फेसबुक पर पीएम नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री एन बीरेन के खिलाफ कुछ अपमानजनक पोस्ट किए हैं।
पीएम मोदी के खिलाफ भी की आपत्तिजनक टप्पणियां
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 27 नवंबर को एनएसए के तहत पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया था और पश्चिम इम्फाल में सीजेएम अदालत ने मामले में जमानत देने के 24 घंटों से भी कम समय बाद जेल भेजा था। कोर्ट ने कहा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा के मौलिक अधिकार के तहत भी जिस तरह की टिप्पणियां भारत के प्रधानमंत्री और मणिपुर के मुख्य मंत्री के खिलाफ की गईं, वो नहीं करनी चाहिए थी। कोर्ट ने इसे राजद्रोह कहा है।
19 नवंबर को अपलोड किए गए दो वीडियो
जानकारी के मुताबिक, '19 नवंबर को अंग्रेजी और मीतोई दोनों भाषाओं में वीडियो अपलोड हुए हैं, जिसमें पत्रकार कहते दिख रहे हैं, "मैं यह जानकर दुखी और चौंक गया हूं कि मणिपुर की वर्तमान सरकार झांसी की रानी की जयंती मना रही हैऔर मुख्यमंत्री खुद दावा करते हैं कि बीजेपी सरकार भारत के एकीकरण या स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका में उनकी भूमिका के लिए इसे देख रही है। लेकिन ... मणिपुर के साथ उसका कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन फिर भी केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने ऐसा करने के लिए कहा था इसलिए राज्य में सीएम ये कर रहे हैं।'
केन्द्र की कठपुतली हैं राज्य के मुख्यमंत्री
पत्रकार ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को केंद्र सरकार की "कठपुतली" कहते हुए कहा, "विश्वासघात न करें, मणिपुर के स्वतंत्रता सेनानी का अपमान न करें। मणिपुर के वर्तमान स्वतंत्रता संग्राम का अपमान मत करो। मणिपुर के लोगों का अपमान मत करो। इसलिए, मैं यह फिर से कह रहा हूं, आप, मुख्यमंत्री मुझे आओ और मुझे दोबारा गिरफ्तार करें, लेकिन मैं अभी भी आपको कहूंगा ... हिंदुत्व की कठपुतली है। उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया।