मणिपुर में अभी स्थिति सामान्य नहीं, सरकार ने राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ाया

By अनिल शर्मा | Published: July 6, 2023 07:35 AM2023-07-06T07:35:30+5:302023-07-06T07:46:22+5:30

अधिसूचना में कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए छवियों, नफरत भरे भाषण और नफरत भरे वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं, जिसका मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है।

Manipur government further extends ban on internet services in state till July 10 | मणिपुर में अभी स्थिति सामान्य नहीं, सरकार ने राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ाया

मणिपुर में अभी स्थिति सामान्य नहीं, सरकार ने राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 10 जुलाई तक बढ़ाया

Highlightsफिर से अशांति फैलने की आशंका को देखते हुए मणिपुर सरकार ने इंटरनेट पर बैन लगा दिया है।इंटरनेट सेवाओं पर बैन 10 जुलाई तर रहेगा।

इम्फाल: मणिपुर के कई इलाकों में अभी स्थिति सामान्य नहीं हुई है। छोटी-मोटी हिंसक घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इसी के मद्देनजर मणिपुर सरकार ने बुधवार को राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध 10 जुलाई, 2023 तक बढ़ा दिया। मणिपुर गृह विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि जानमाल के नुकसान, सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक शांति में व्यापक गड़बड़ी के आसन्न खतरे को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है- दूरसंचार सेवाओं के अस्थायी निलंबन (सार्वजनिक आपातकाल या सार्वजनिक सुरक्षा) नियम, 2017 के नियम 2 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में मोबाइल डेटा सेवाओं, ब्रॉडबैंड सहित इंटरनेट/डेटा सेवाओं जैसे कि रिलायंस जियो फाइबर, एयरटेल एक्सट्रीम ब्लैक, बीएसएनएल एफटीटीएच, वीपीएन आदि और भारतनेट चरण- II के वीएसएटीएस के माध्यम से इंटरनेट/डेटा सेवाओं पर और अधिक निलंबन/रोक लगाने का आदेश देता हूं। 

आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, यह आदेश तत्काल प्रभाव से 10 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे तक लागू होने के समय से अगले पांच दिनों तक लागू रहेगा। इसमें आगे कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए छवियों, नफरत भरे भाषण और नफरत भरे वीडियो संदेशों के प्रसारण के लिए बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं, जिसका मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर असर हो सकता है।

गौरतलब है कि मणिपुर के कई इलाकों में स्थिति अभी भी सामान्य नहीं है। मंगलवार को थौबल जिले में संघर्ष देखने को मिला। जहां भीड़ ने कथित तौर पर इंडियन रिजर्व फोर्स (आईआरबी) के एक कैंप से हथियार और गोला-बारूद लूटने की कोशिश की। भीड़ को रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग की, जिसमें 27 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।

इससे पहले बुधवार को मणिपुर सरकार के शिक्षा विभाग (स्कूल) के तहत स्कूल 3 मई को पहाड़ी राज्य में भड़की जातीय हिंसा के कारण दो महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद कक्षा 1-8 के लिए फिर से खुल गए और अपनी सामान्य कक्षाएं फिर से शुरू कर दीं। सूत्रों ने बताया कि यह कदम छात्रों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। लंबी गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने से छात्रों के माता-पिता और अभिभावक खुश हैं।

मैतेई को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी। मणिपुर में संघर्ष के कारण कई लोग स्थानांतरित हो गए। राहत शिविरों में 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

Web Title: Manipur government further extends ban on internet services in state till July 10

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे