मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर जा रहे केंद्रीय मंत्री डरपोक, देशद्रोही है बीजेपी की सरकार'
By पल्लवी कुमारी | Published: January 21, 2020 08:47 AM2020-01-21T08:47:26+5:302020-01-21T08:47:26+5:30
जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत आगामी चार दिनों में 36 में से केवल पांच केंद्रीय मंत्री कश्मीर का दौरा करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने केरल की एक जनसभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार को देशद्रोही बताया है। आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा, ये लोग धोखेबाज हैं। ये लोग जनता के प्रतिनिधि नहीं हैं। अगर होते तो कई साल पहले से चुने गए होते। वे लोग इतने डरपोक हैं कि उनमें से 31 केवल जम्मू जा रहे हैं और सिर्फ 5 कश्मीर जाएंगे।
Mani Shankar Aiyar: How many elections we've had in J&K? Some of these people are those who were elected&have now decided to betray the cause for which they stood. They are sending 36 union ministers to J&K, look at these cowards, 31 are going to Jammu & only 5 to Kashmir. (20.1) https://t.co/J29nhx4TUc
— ANI (@ANI) January 20, 2020
मणिशंकर अय्यर ने कहा, बीजेपी के पास राज्यसभा में अन्य लोगों के साथ बहुमत है, इसलिए वह सारे मुस्लिम विरोधी सभी कानूनों को लागू करना चाहती है। जिसकी शुरुआत संविधान के अनुच्छेद 370 (निरस्त) और 35A से हुई और फिर लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के के रियासत का विभाजन करना घाटी के लोगों का क्रूर उत्पीड़न करने जैसा है। उन्होंने एक साथ 4,000 नेताओं को बंद कर दिया।
Mani Shankar Aiyar, Congress in Malappuram, Kerala: ....and then the division of the Riyasat of Jammu-Kashmir between Ladakh and J&K, and then a brutal oppression of the people of the valley. They locked up, at one stage 4,000 leaders. (20.01.20) https://t.co/1auHQcx6Eq
— ANI (@ANI) January 20, 2020
उन्होंने कहा, ये लोग देशद्रोही हैं, ये लोगों के प्रतिनिधि नहीं हैं, अगर वे होते तो कई साल पहले चुने जाते।
जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में केंद्र के संपर्क कार्यक्रम के तहत आगामी चार दिनों में 36 में से केवल पांच केंद्रीय मंत्री कश्मीर का दौरा करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि आगामी चार दिनों में दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक और गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी घाटी का दौरा करेंगे।
इन दौरों का मकसद संविधान के अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हट जाने से होने वाले लाभों के बारे में लोगों को अवगत कराना है। अधिकारियों ने बताया कि यात्रा पर आने वाले मंत्री लोगों से संवाद करेंगे और उनसे विकास के विषय पर बातचीत करेंगे।