लखनऊ, 6 अप्रैलः उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बीमार स्वास्थ्य विभाग की हालत सही होने के लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सूबे के आगरा को एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है और विभाग ने अपनी गलती से पल्ला छाड़ लिया। हालांकि बाद में जांच कराने के आदेश दिए।
दरअसल, मामला ऐसा है कि ताजनगरी के एसएन मेडिकल कॉलेज के बाहर एक युवक बीमार मां के साथ खड़ा हुआ दिखाई दिया, जोकि कंधे पर ऑक्सिजन सिलेंडर लादकर खड़ा था। सिलेंडर का कनेक्शन पास में खड़ी बुजुर्ग मां के मास्क से लगा हुआ था।
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला को सांस फूलने की बीमारी है, जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसे ऑक्सिजन लगाने की जरूरत पड़ी। इसके बाद उसे दूसरे वॉर्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया। वहीं, ट्रॉमा सेंटर से वॉर्ड काफी दूर होने की वजह से एम्बुलेंस से भेजने की बात कही गई। इसके बाद मां-बेटे से कहा गया कि अस्पताल के बाहर इंतजार करें, जिसके बाद काफी देर तक धूप में ही खड़े रहे।
इधर, मामला सामने आने के बाद अधिकारियों का कहना है कि मरीज को शिफ्ट करने के लिए वार्ड बॉय ने थोड़ी देर तक इंतजार करने के लिए कहा था। उसी समय मीडिया ने तस्वीर ले ली। अगर कोई देरी हुई है तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।