ममता ने भाजपा नेताओं को बाहरी कहकर नेताजी का अपमान किया है: मोदी
By भाषा | Updated: April 3, 2021 18:38 IST2021-04-03T18:38:51+5:302021-04-03T18:38:51+5:30

ममता ने भाजपा नेताओं को बाहरी कहकर नेताजी का अपमान किया है: मोदी
सोनारपुर (प.बंगाल), तीन अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा नेताओं को ‘‘बाहरी लोगों’’ (बोहिरगेटो) के रूप में प्रचारित करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शनिवार को निंदा की और कहा कि यह नेताजी सुभाषचंद्र बोस की समावेशी विचारधारा और भारतीय संविधान के सिद्धांतों का अपमान है।
मोदी ने कहा कि दो मई को भाजपा के सत्ता में आने के बाद बंगाल का ‘‘भूमिपुत्र’’ मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कोई भी भारतीय ‘‘बाहरी’’ नहीं है।
उन्होंने दक्षिण 24 परगना जिले के सोनारपुर में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘जब अंग्रेजों ने हमें बांटने की कोशिश की तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था- भारत एक है और हर भारतीय की आशाएं और आकांक्षाएं एक समान हैं। आज यह देखना बहुत कष्टदायक है कि तृणमूल कांग्रेस और ममता दीदी नेताजी की विचाराधारा का प्रचार करने के बजाय बोहिरगेटो के बारे में बात कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दीदी बाहरी लोगों की बात कर रही है। हम सभी भारत माता की संतान हैं। कोई भी भारतीय यहां बाहरी नहीं है। जब दो मई के बाद भाजपा की सरकार बनेगी तो बंगाल का भूमिपुत्र मुख्यमंत्री बनेगा।’’
प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को एक ‘‘टका मार कंपनी’’ (एक उद्यम जो पैसे लूटता है) बताया और बनर्जी को अपने ‘‘गुंडों’’ को काबू में करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘आप अपने तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को नियंत्रित करें। उन्हें समझाएं - मोदी यहां हैं! उनकी बदमाशी अब सहन नहीं की जाएगी। बंगाल हिंसा और आतंक नहीं चाहता। बंगाल अपनी बेटियों के लिए शिक्षा और अपनी माताओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और न्याय चाहता है।’’
मोदी ने तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेताओं के उस दावे का जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि बनर्जी 2024 में वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती है। उन्होंने इस दावे को लेकर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘इससे साबित होता है कि दीदी ने अपनी हार स्वीकार कर ली है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दीदी अब बंगाल के बाहर अपने लिए एक जगह तलाश रही हैं। वाराणसी और उत्तर प्रदेश के लोग बंगाल के लोगों की तरह बड़े दिल वाले हैं। वे उन्हें बाहरी नहीं कहेंगे।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।