ममता बनर्जी ने कहा, "अमित शाह मेरी चिट्ठी के बाद हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर गये"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 31, 2023 07:20 AM2023-05-31T07:20:58+5:302023-05-31T07:25:17+5:30
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जब उन्होंने गृह मंत्रालय से मणिपुर जाने की इजाजत मांगी तो उसके बाद गृह मंत्रालय आनन-फानन में एक्टिव हुआ और अमित शाह का मणिपुर दौरा तय किया गया।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को इस बात का दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा प्रभावित मणिपुर जाने का फैसला उनके द्वारा लिखी गई चिट्ठी के बाद लिया। इसके साथ ही सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि जब उन्होंने गृह मंत्रालय से मणिपुर जाने की इजाजत मांगी तो उसके बाद गृह मंत्रालय आनन-फानन में एक्टिव हुआ और अमित शाह का मणिपुर दौरा तय किया गया।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ममता बनर्जी ने कोलकाता में कहा, ''मैंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से मणिपुर जाने की इजाजत मांगी थी, इसके लिए मैंने मंत्रालय को पत्र लिखा था, उस पत्र के बाद गृहमंत्री अमित शाह एक्टिव हुए और वह मणिपुर के दौरे पर गए।''
सीएम बनर्जी ने अपने पत्र का जिक्र करते हुए कहा, “मैं हिंसा प्रभावित मणिपुर के शांतिप्रिय लोगों से मिलने के लिए वहां जाना चाहती हूं और इसके लिए मैंने गृह मंत्रालय से इजाजत मांगी है। मैं एक दिन के राज्यव्यापी दौरा करने की योजना बना रही हूं। मौजूदा खराब हालात को देखते हुए मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है कि मेरी यात्रा से सेना और केंद्रीय गृह मंत्रालय के सुरक्षा उपायों को धक्का लगे। इसलिए मैं महज एक दिन के लिए मणिपुर जाने के लिए गृह मंत्रालय से इजाजत मांग रही हूं।”
इसके साथ ही मुख्यमंत्री बनर्जी ने दावा किया कि उन्हें हिंसा प्रभावित मणिपुर में हताहतों की सही संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बनर्जी ने कहा, “मैं तो बीते कई दिनों से लगातार कह रही हूं कि अमित शाह को वहां जाना चाहिए। लेकिन वे जमीन पर लोगों से नहीं मिलते हैं। जब कि इस समय हमें यह जानना बेहद जरूरी है कि वहां की हिंसा अब तक कितने लोगों की मौत हुई है और वहां पर अब कैसी स्थिति है।
इस खबर के इतर ममता बनर्जी ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अपना समर्थन देते हुए कहा, "जिस तरह से दिल्ली में हमारे पहलवानों की पिटाई की गई, उससे देश की छवि खराब हुई है। मैंने दोपहर में उनसे बात की और उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।”
उन्होंने कहा, “पहलवानों ने इस देश के लिए पदक जीता है। उनका पदक देश के लिए गौरव का प्रतीक हैं। हम उनके साथ एकजुटता से खड़े हैं। मैंने अपने खेल मंत्री से कहा है कि हमें हाजरा मोड़ से रवींद्र सरोबर तक खिलाड़ियों के साथ एक रैली आयोजित करनी चाहिए।"
सीएम बनर्जी ने कहा कि पहलवानों के साथ ऐसी दुश्मनी की गई कि उन्हें अपने पदक गंगा में विसर्जित करने का फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। बकौल ममता बनर्जी सुप्रीम कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। उसके बाद भी उसे आज तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। यह सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन है।