नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक विवाद में फंसती नजर आ रही हैं। ममता बनर्जी पर 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन साम्प्रदायिक भाषण देने का आरोप है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता का एक वीडियो शेयर करके उनपर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है और उन्हें पश्चिम बंगाल की शांति और विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया है।
वीडियो शेयर करते हुए अमित मालवीय ने लिखा, 22 जनवरी को, "अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन, ममता बनर्जी ने हिंदू भावनाओं की घोर उपेक्षा करते हुए, 'सर्व धर्म समभाव' रैली आयोजित की और अपनी नग्न सांप्रदायिकता को उजागर किया। 'काफिर' का मजाक उड़ाया और धमकी दी।"
अमित मालवीय ने लिखा, "ममता बनर्जी अपनी तुष्टिकरण की राजनीति से पश्चिम बंगाल की शांति और विकास के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उन्हें एहसास है कि मुसलमानों का उनसे मोहभंग हो गया है, जो हाल के चुनावों में लगातार हार से स्पष्ट है। इसलिए वह घबरा रही है और माहौल खराब कर रही है। उनके लिए इससे भी बदतर बात यह हुई कि अधिकांश हिंदुओं ने उनकी फर्जी राजनीतिक रैली को नजरअंदाज कर दिया और इसके बजाय कई राम शोभा यात्राओं में भाग लिया, मंदिरों का दौरा किया और प्रार्थना की। अगर बंगाल को बचाना है तो ममता बनर्जी से छुटकारा पाना होगा।"
वीडियो में क्या है
अमित मालवीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दो वीडियो शेयर किए हैं। इनमें एक में ममता को ये कहते सुना जा सकता है कि एक बात याद रखना, बीजेपी को मदद मत करना, बीजेपी को अगर तुम लोग मदद करोगे कोई तो अल्लाह की कसम आप लोगो को कोई माफ नहीं करेगा। दूसरे वीडियो मे ममता को कहते सुना जा सकता है कि जो 'काफिर' हैं, वो डरते हैं और जो लड़ते हैं, वो जीतते हैं।
इस वीडियो पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। एक यूजर ने लिखा, "इन सब के हिन्दू विरोधी चेहरों से अब पर्दे उठ रहे है इनकी भाषा पर गौर कीजिए। अबकी बार वोट की चोट सही जगह लगनी चाहिए।" एक अन्य ने लिखा, " क्या अब सुप्रीम कोर्ट स्वयं संज्ञान लेगा या आप लोग भारत मे लोकतंत्र कायम करने के लिए बर्खास्त करेंगे??"