ममता ने चक्रवाती तूफान प्रभावित पश्चिम बंगाल के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज मांगा

By भाषा | Updated: May 28, 2021 22:40 IST2021-05-28T22:40:19+5:302021-05-28T22:40:19+5:30

Mamta asks for Rs 20 thousand crore relief package for cyclone affected West Bengal | ममता ने चक्रवाती तूफान प्रभावित पश्चिम बंगाल के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज मांगा

ममता ने चक्रवाती तूफान प्रभावित पश्चिम बंगाल के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का राहत पैकेज मांगा

कोलकाता, 28 मई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चक्रवाती तूफान ‘यास’ से हुए नुकसान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को एक रिपोर्ट सौंपी और सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की।

चक्रवात ‘‘यास’’ से हुए नुकसान की समीक्षा के लिए पश्चिम बंगाल में हुई प्रधानमंत्री मोदी की बैठक से मुख्यमंत्री बनर्जी के नदारद रहने पर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा है।

मोदी चक्रवात के बाद की स्थिति की समीक्षा करने के लिए दिन में पहले ओडिशा गए और फिर पश्चिम बंगाल आये।

बनर्जी ने दावा किया कि चक्रवाती तूफान से राज्य को 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

बनर्जी मोदी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हुई। बैठक में राज्यपाल जगदीप धनखड़, भाजपा विधायक एवं विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और रायगंज से सांसद देबाश्री चौधरी मौजूद थे।

अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री आई, कुछ कागजात प्रधानमंत्री को सौंपे और चली गई। उन्होंने समीक्षा बैठक में भाग नहीं लिया। यह एक ऐसा दिन है जब हम सभी को केंद्र सरकार से सहायता मांगने के लिए एकजुट होना चाहिए था। संकट के दौरान राजनीति की कोई गुजांइश नहीं है।’’

बनर्जी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में चक्रवात के बाद की स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री को अवगत कराने के बाद, वह‘‘दीघा में राहत और पुनर्विकास कार्य की समीक्षा करने के लिए चली गई थी।’’

बनर्जी के बैठक में नदारद रहने पर उन्हें धनखड़ और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना का सामना करना पड़ा।

शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘चक्रवात यास ने कई आम नागरिकों को प्रभावित किया है और समय की मांग है कि प्रभावितों की मदद की जाए। दुखद है कि दीदी ने लोक कल्याण से ऊपर अपने अहम को रखा और आज का उनका व्यवहार यही परिलक्षित करता है।’’

धनखड़ ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘यह बेहतर होता यदि मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय के अधिकारी प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में हिस्सा लेते। समीक्षा बैठक में कोई अधिकारी मौजूद नहीं था और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बीच कोई बैठक नहीं हुई। इस तरह के टकराव का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है।’’

अधिकारी ने कहा कि बैठक में शामिल नहीं होने के बनर्जी के फैसले ने एक बार फिर दिखाया है कि वह राज्य के लोगों की पीड़ा के प्रति ‘‘असंवेदनशील’’ हैं।

इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मोदी ने तत्काल राहत गतिविधियों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है।

इसमें कहा गया है, ‘‘ओडिशा को तुरंत 500 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। पश्चिम बंगाल और झारखंड के लिए और 500 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है, जिसे नुकसान के आधार पर जारी किया जाएगा।’’

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘केंद्र सरकार नुकसान का आकलन करने के वास्ते राज्यों का दौरा करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी टीम तैनात करेगी, जिसके आधार पर आगे की सहायता दी जाएगी।’’

इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने चक्रवात में मरे लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा भी की है।

देश के पूर्वी तटों पर बुधवार को चक्रवाती तूफान ‘यास’ ने काफी तबाही मचाई थी और इसमें चार लोगों की मौत हुई थी और पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Mamta asks for Rs 20 thousand crore relief package for cyclone affected West Bengal

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे