CAA विरोध प्रदर्शन: असम में शांति बहाल, बंगाल में नागरिकता कानून के खिलाफ ममता ने की रैली

By भाषा | Updated: December 18, 2019 14:08 IST2019-12-18T14:08:22+5:302019-12-18T14:08:22+5:30

देसी बम के छर्रे लगने से हावड़ा शहर के पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अजीत सिंह यादव के दोनों पैर जख्मी हो गए लेकिन इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नये नागरिकता कानून के खिलाफ हावड़ा मैदान से कोलकाता के मध्य में स्थित एस्प्लेनेड इलाके के डोरिना क्रॉसिंग तक विरोध मार्च की अगुवाई की।

Mamata hits the streets to protest against Citizenship Amendment Act and assam is now safe | CAA विरोध प्रदर्शन: असम में शांति बहाल, बंगाल में नागरिकता कानून के खिलाफ ममता ने की रैली

CAA विरोध प्रदर्शन: असम में शांति बहाल, बंगाल में नागरिकता कानून के खिलाफ ममता ने की रैली

Highlightsसंकरेल इलाके में प्रदर्शनकारियों के एक समूह की तरफ से देसी बम फेंके जाने की घटना में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी और दो अन्य कर्मी घायल हो गए थे।डिब्रूगढ़ में सुबह छह बजे से 14 घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई।

पश्चिम बंगाल में बुधवार को माहौल शांतिपूर्ण रहा जहां संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हिंसा की अब तक कोई नयी खबर नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि इसी तरह की शांति फिलहाल असम में भी बनी हुई है। मंगलवार की रात पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के संकरेल इलाके में प्रदर्शनकारियों के एक समूह की तरफ से देसी बम फेंके जाने की घटना में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी और दो अन्य कर्मी घायल हो गए थे।

देसी बम के छर्रे लगने से हावड़ा शहर के पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अजीत सिंह यादव के दोनों पैर जख्मी हो गए लेकिन इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नये नागरिकता कानून के खिलाफ हावड़ा मैदान से कोलकाता के मध्य में स्थित एस्प्लेनेड इलाके के डोरिना क्रॉसिंग तक विरोध मार्च की अगुवाई की। वह पहले ही सोमवार और मंगलवार को क्रमश: उत्तरी और दक्षिणी कोलकाता में दो विरोध प्रदर्शन मार्च आयोजित कर चुकी हैं। पुलिस ने राज्य भर में चौकसी बढ़ा दी है और हिंसा के लिए करीब 354 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।

वहीं गुवाहाटी में भी जनजीवन पटरी पर लौट आया है। डिब्रूगढ़ में सुबह छह बजे से 14 घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई। अधिकारियों ने बताया कि पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार माने जाने वाले गुवाहाटी में 11 दिसंबर से लागू कर्फ्यू कानून-व्यवस्था में सुधार आने के बाद मंगलवार को हटा लिया गया। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के मद्देनजर यहां कर्फ्यू लगाया गया था। राज्य में फिलहाल हिंसा का कोई ताजा मामला सामने नहीं आया है। गुवाहाटी में बैंक एवं कारोबारी प्रतिष्ठान खुले और सड़कों पर वाहन भी नजर आए लेकिन स्कूल एवं कॉलेज बंद रहे।

हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक अब भी बरकरार है। अधिकारियों ने बताया कि गुवाहाटी में मंगलवार को विमानों का परिचालन और रेल सेवाएं शुरू हो गईं। डिब्रूगढ़ हवाईअड्डे पर उड़ानों का आवागमन भी तय कार्यक्रम के मुताबिक हो रहा है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) गुवाहाटी के लातासिल मैदान में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ अपना तीसरा एवं अंतिम ‘जन सत्याग्रह’ आयोजित करेगा।

वहीं, मेघालय की राजधानी शिलांग में कर्फ्यू में 14 घंटे की ढील दी गई लेकिन मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक अब भी लागू है। पूर्वी खासी हिल्स के जिलाधिकारी एम डब्ल्यू नोंगबरी की तरफ से जारी एक आदेश के मुताबिक लुमदिएंजरी पुलिस थानाक्षेत्र और सदर पुलिस थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाकों में सुबह छह बजे से कर्फ्यू में ढील दी गई है।

इन इलाकों में अगले आदेश तक रात आठ बजे से फिर से कर्फ्यू लागू कर दिया जाएगा। बैंक, बाजार और दुकानें खुलने के साथ ही सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी नजर आई। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग दोपहर में शिलांग स्थित स्टूडेंट्स फील्ड में एक प्रार्थना सभा का आयोजन करेंगे। 

English summary :
Mamata hits the streets to protest against Citizenship Amendment Act, even as Bengal burns


Web Title: Mamata hits the streets to protest against Citizenship Amendment Act and assam is now safe

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