कोलकाता, छह सितंबर: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को माजेरहाट पुल का एक हिस्सा ढहने के बाद उसके मलबे में से गुरूवार को एक और शव निकाला गया जिसके बाद इस हादसे में मृतकों की संख्या तीन हो गई है। जबकि 21 से ज्यादा लोग घायल हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता करने के बाद दौरान हादसे होने की वजह बताई।
इस वजह से हुआ हादसा
सीएम ममता ने कहा, 'लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजिनियर ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंपी है , जिसमें ये बात सामने आई है कि मेट्रो निर्माण कार्य की वजह से पुल को नुकसान पहुंचा था।' हालांकि उन्होंने साफ कर दिया है कि इसके लिए जो भी जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
मुआवजे का ऐलान
ममत बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। सीएम ने ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुराने पुलों की लिस्ट बनाकर ऐहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतक की पहचान मुर्शिदाबाद जिला निवासी श्रमिक गौतम मंडल (45) के तौर पर की गयी है जो मंगलवार को पुल ढहने के बाद से एक और मजदूर प्रणब डे के साथ लापता था। उन्होंने कहा कि मंडल माजेरहाट पुल के पास चल रही मेट्रो रेल विस्तार परियोजना में रसोइये के रूप में काम करता था।सर्च अभियान किया गया बंद
एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने कहा कि हम अपना अभियान बंद कर रहे हैं क्योंकि अब लगता है कि अंदर कोई नहीं है। राज्य सरकार ने घटना के कारणों की जांच करने के लिए मुख्य सचिव मलय डे के नेतृत्व में समिति का गठन किया है। डायमंड हार्बर रोड को बंद कर दिया गया है और सुबह से हजारों लोग भारी यातायात जाम में फंसे हैं।
2013 के बाद से शहर में पुल ढहने की तीसरी घटनाकोलकाता पुलिस के यातायात विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने शहर में आने वाले और यहां से जाने वाले वाहनों को अन्य रास्तों पर मोड़ दिया है।’’ पुलिस ने हादसे के सिलसिले में अज्ञात लोगों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। यह 2013 के बाद से शहर में पुल ढहने की तीसरी घटना है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)