CM ममता बनर्जी की अपील, राज्य सरकार एक साथ मिलकर चलें सुप्रीम कोर्ट, JEE-NEET परीक्षा टालने की करें मांग
By पल्लवी कुमारी | Published: August 26, 2020 03:08 PM2020-08-26T15:08:44+5:302020-08-26T15:08:44+5:30
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के मुताबिक जेईई (JEE (Main) और नीट (NEET (UG) की परीक्षाएं पहले से निर्धारित तारीखों पर ही की जाएगी। JEE (Main) परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक और NEET (UG) परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित होगी।
नई दिल्ली: जेईई (JEE (Main) और नीट (NEET (UG) की परीक्षाओं को स्थगित करने को लेकर सोनिया गांधी की 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक चल रही है। इस वर्चुअल बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सुप्रीम कोर्ट चलने की अपील की है। CM ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार को लगता है कि वो NEET और JEE की परीक्षा को स्थगित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील नहीं करेगी तो हम (राज्य सरकारें) संयुक्त रूप से सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं।
This will be my request to all state govts, let us do it together, let us go to Supreme Court & postpone the exam for the time being until and unless the situation allows students to sit for exam (JEE/NEET): West Bengal CM at Sonia Gandhi's virtual meet with CMs of 7 states. pic.twitter.com/uvBfsg1Eeu
— ANI (@ANI) August 26, 2020
ममता बनर्जी ने कहा है कि लाखों की संख्या में छात्र हैं और लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट तक की सुविधा नहीं है। ऐसे में JEE-NEET परीक्षा लेना एक गलत फैसला है। ममता बनर्जी ने बैठक में बताया कि उन्होंने JEE और NEET परीक्षाएं टालने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई पत्र भी लिखे है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि ऐसे वक्त में जब छात्र काफी परेशान हैं तो हम केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर रिव्यू की मांग कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि छात्रों के तैयार नहीं होने के कारण उन्होंने JEE/NEET परीक्षाएं टलवाने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों से एक साथ सुप्रीम कोर्ट का रूख करने का अनुरोध किया है।
गैर भाजपा दलों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता बनर्जी ने कहा, सहकारी संघवाद के नाम पर केंद्र ने राज्य सरकारों को 'कुचल' डाला है, हम लड़ाई लड़ रहे हैं।
सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा कि पर्यावरण असर आकलन (ईआईए) कानून का मसौदा अलोकतांत्रिक है। मोदी सरकार ने पर्यावरण, लोक स्वास्थ्य की सुरक्षा वाले कानूनों को कमजोर किया है।
जानिए ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में क्या कहा?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान JEE और NEET परीक्षाओं के आयोजन को लेकर मंगलवार (25 अगस्त) को लगातार दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की। ममता बनर्जी ने अपने पत्र में केंद्र से यह भी अनुरोध किया कि वह छात्र समुदाय के हित में JEE और NEET परीक्षाएं आयोजित करने के फैसले पर पुनर्विचार के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील करने पर विचार करे।
उन्होंने एक सितंबर से शुरू होने वाली JEE और NEET परीक्षाएं आयोजित करने के लिए मंगलवार (25 अगस्त) को राज्य सरकार को पत्र मिलने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। ममता ने लिखा, मुझे पता है कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने जेईई व एनईईटी परीक्षाएं आयोजित करने के संबंध में फैसला दिया है और केंद्र सरकार इसके अनुसार आगे बढ़ने के निर्देश जारी कर रही है। हालांकि, मैं आपसे इसमें हस्तक्षेप करने तथा यह विचार करने के लिए अनुरोध करना चाहूंगी कि केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय में अपील करे...।