कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल महासचिव एवं अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय के 'लुकआउट' नोटिस जारी होने पर बेहद कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकार बदले की कार्रवाई कर रही है और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसी महिला की आजादी पर इस तरह से हमला किया जा रहा है।
खबरों के अनुसार रुजिरा को कथित तौर पर दुबई जाने वाले एक विमान में सवार नहीं होने दिया गया। इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने रुजिरा बनर्जी को समन दिया कि वो आठ जून को विभाग के दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश हों। केंद्रीय एजेंसी के इस कदम से बेहद खफा सीएम बनर्जी ने कहा, "रुजिरा की मां अस्वस्थ हैं, उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है और वह अपनी बीमार मां से मिलने के लिए विदेश जा रही थीं। सुप्रीम कोर्ट ने उनके विदेश दौरों पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। शीर्ष अदालत ने उन्हें देश से बाहर जाने से पहले केवल एक बार ईडी को सूचित करने के लिए कहा था और उन्होंने अपने निर्धारित दौरे के बारे में ईडी को काफी पहले ही सूचित कर दिया था।''
इसके साथ ही ममता बनर्जी कहा, "उसे हवाईअड्डे पर समन सौंपना और 8 जून को वापस आने के लिए कहना अमानवीय कृत्य के अलावा और कुछ नहीं है। केंद्र 2 जून को ओडिशा रेल हादसे में बढ़ती मौतों पर थोड़ी भी 'शर्मिंदा' नहीं है। केंद्र सरकार लोगों की मदद करने के बजाय इस प्रकरण से पूरी घटना से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है।"
इस प्रकरण के बाद रुजिरा बनर्जी के वकील ने कहा कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी ने ईडी को 5 जून से 13 जून तक अपने बच्चों के साथ दुबई की आगामी यात्रा के बारे में ईमेल के माध्यम से सूचित किया था। इसके बावजूद आज सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का घोर उल्लंघन करते हुए उन्हें उनके नाबालिग बच्चों के साथ रोक दिया गया और सूचित किया गया कि वह विदेश यात्रा नहीं कर सकती हैं।
मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा को कथित तौर पर सोमवार सुबह करीब 7 बजे कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उस समय इमिग्रेशन से पहले उन्हें रोक दिया, जब वो अपने अपने दो बच्चों के साथ दुबई रवाना हो रही थीं।