कोलकाता, 14 अगस्त: असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का पहला मसौदा जारी होने के बाद का विवाद है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। ऐसे में एक बार फिर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है किजिन लोगों के नाम एनआरसी में शामिल नहीं हो पाए हैं उनपर फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हे प्रताड़ित किया जा रहा है।
कोलकाता में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि एनआरसी के बाहर जिन लोगों के नाम हैं उनके खिलाफ फर्जी मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को जमकर प्रताड़ित भी किया जा रहा है।
वहीं पहले से ही 1200 लोग डिटेंशन कैंप में हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये किस उद्देश्य से असम में सुरक्षाबलों की 400 कंपनियां तैनात की गई हैं।ममता ने कहा कि ये किसी हिंदू या मुस्लिम का मुद्दा नहीं है। जारी लिस्ट में भाषा के आधार पर लोगों को इससे बाहर किया गया। साथ ही बीजेपी के नेता एनआरसी के मसौदे को उचित ठहराते हुए अपनी छाती पीट रहे हैं।
उन्होंने एक साथ होने वाले सरकार के चुनाव के सुझाव पर कहा कि यह लोकल चुनावों के लिए लागू हो सकता है। लेकिन, अगर कल को कोई स्थिरता नहीं रहती है और केंद्र सरकार गिर जाती है, तो राज्य सरकार और केंद्र सरकार हर बार चुनाव में कैसे उतरेगी। कृपया व्यावहारिक रहें।
वहीं, असम के राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध करने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि दोनों नेताओं को इस बारे में रुख स्पष्ट करना चाहिए कि उनके लिए पहले देश है या वोटबैंक। ममता बनर्जी पर उन्हीं के शासन वाले राज्य में हमला बोलते हुए शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर बांग्लादेश से घुसपैठ और राज्य में भ्रष्टाचार को ‘‘संरक्षण’’ देने का आरोप लगाया। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
शाह ने कहा कि असम समझौता तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था और उस समय कांग्रेस को एनआरसी से कोई समस्या नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के कारण गांधी बांग्लादेश से घुसपैठ पर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। शाह पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा की ‘‘सांप्रदायिक राजनीति बंगाल में नहीं चलेगी।’’
बंगाल में अगले लोकसभा चुनावों के लिए लगभग चुनावी बिगुल फूंकते हुए भाजपा प्रमुख ने यहां खासी भीड़ वाली जनसभा को संबोधित करते हुए अपने भाषण की शुरुआत तृणमूल सरकार को बंगाल से उखाड़ फेंकने के नारे से की और कहा कि वह राज्य के सभी जिलों का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी का ‘‘विजय रथ तब तक नहीं रूकेगा’’ जब तक वह पश्चिम बंगाल में सत्ता में नहीं आ जाती। उन्होंने कहा,‘‘आप (ममता) बांग्लादेशी घुसपैठियों को क्यों रखना चाहती है? आपको अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।’’