महुआ मोइत्रा ने गुरमीत राम रहीम सिंह के वर्चुअल सत्संग में शामिल होने के लिए करनाल की मेयर पर साधा निशाना, पूछा ये सवाल
By मनाली रस्तोगी | Published: October 21, 2022 01:31 PM2022-10-21T13:31:19+5:302022-10-21T13:36:14+5:30
महुआ मोइत्रा की टिप्पणी राम रहीम सिंह को 2 महिला शिष्यों से बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काटने के बाद 40 दिनों के लिए पैरोल पर रिहा किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है।
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को हरियाणा की सुनारिया जेल में कारावास की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की 40 दिन की पैरोल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। मोइत्रा वर्चुअल सत्संग में राम रहीम सिंह को पिताजी कहकर संबोधित करने के लिए करनाल की मेयर रेणु बाला गुप्ता पर हमलावर हुईं।
जानकारी के अनुसार, इस सत्संग में कई भाजपा नेताओं सहित कई राजनेताओं ने भाग लिया था। वहीं, मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा, "करनाल की मेयर ने सजायाफ्ता बलात्कारी और हत्यारे राम रहीम को 'पिताजी' कहा, करनाल आओ और एक बार फिर 'स्वच्छता' का संदेश दो और हमें आशीर्वाद दो। भाजपा को चुनाव जीतने के लिए इस आदमी की जरूरत है? वह ऑनलाइन क्या पढ़ा रहा है? रेप कैसे करें? हत्या कैसे करें?"
Karnal mayor calls convicted rapist & murderer Ram Rahim “Pitaji”, says “come to Karnal & once again give message of ‘swachhta’ and bless us”
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) October 21, 2022
BJP needs this man to win elections? What is he teaching online? How to rape? How to murder?
करनाल की महापौर रेणु बाला गुप्ता, उप महापौर नवीन कुमार, और वरिष्ठ उप महापौर राजेश सग्गी, भगवा पार्टी की हरियाणा इकाई के उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने सत्संग में भाग लिया था। महुआ मोइत्रा की टिप्पणी राम रहीम सिंह को 2 महिला शिष्यों से बलात्कार के आरोप में 20 साल की जेल की सजा काटने के बाद 40 दिनों के लिए पैरोल पर रिहा किए जाने के कुछ दिनों बाद आई है।
एक विवाद यह था कि रहीम की पैरोल हरियाणा में उपचुनाव से ठीक पहले आती है। पत्रकार रण चंदर छत्रपति की हत्या में शामिल होने के लिए राम रहीम को भी दोषी ठहराया गया है। 8 अक्टूबर, 2021 को सीबीआई की एक विशेष अदालत ने उन्हें और चार अन्य को डेरा के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की मौत के मामले में भी दोषी ठहराया, जिनकी 2002 में डेरा सच्चा सौदा के परिसर में हत्या कर दी गई थी।