महोबा : मृत क्रशर व्यवसायी के घर की सुरक्षा हटाई गई
By भाषा | Updated: January 18, 2021 23:13 IST2021-01-18T23:13:57+5:302021-01-18T23:13:57+5:30

महोबा : मृत क्रशर व्यवसायी के घर की सुरक्षा हटाई गई
महोबा (उप्र), 18 जनवरी महोबा जिले में कबरई के क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से हुई मौत के बाद उनके परिवार की सुरक्षा में लगाये गए पुलिसकर्मी सोमवार को हटा लिए गए हैं।
इन्द्रकांत त्रिपाठी को कथित रूप से आत्महत्या के लिए बाध्य करने के आरोप में बर्खास्त कबरई थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव और दो विस्फोटक व्यवसायी सुरेश सोनी और ब्रम्हदत्त लखनऊ की जेल में बंद है।
फिलहाल महोबा के पूर्व पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार 50 हजार रुपये का इनाम घोषित होने के बाद से फरार हैं।
महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेन्द्र कुमार गौतम ने सोमवार की शाम 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘मृत क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी के परिवार की सुरक्षा के लिए उच्च अधिकारियों के निर्देश पर उनके घर में कुछ पुलिसकर्मी लगाए गए थे। हो सकता है कि स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के रिपोर्ट के आधार सुरक्षाकर्मी हटाये गए हों। मुझे कारणों की पुख्ता जानकारी नहीं है।’’
मृत व्यवसायी इन्द्रकांत के बड़े भाई रविकांत त्रिपाठी ने सोमवार देर शाम बताया कि उनके घर में लगाये एक हेड कांस्टेबल और तीन सिपाहियों को आज दोपहर बिना पूर्व सूचना हटा लिया गया है। इसकी जानकारी उन्होंने (रविकांत ने) बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और एडीजी प्रयागराज को दे दिया है।
त्रिपाठी ने कहा कि मामले के मुख्य आरोपी महोबा पूर्व पुलिस अधीक्षक (निलंबित) मणिलाल पाटीदार अब भी फरार है और सुरक्षा हटाये जाने से परिवार के सदस्यों को जान का खतरा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृत व्यवसायी इन्द्रकांत के भाई रविकांत को एक सशस्त्र गनर (पुलिसकर्मी) अब भी मिला हुआ है और इन्द्रकांत की पत्नी को रायफल का लाइसेंस दे दिया गया है। फरार पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
गौरतलब है कि क्रशर व्यवसायी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने पिछले साल (2020) सात और आठ सितंबर को आईपीएस अधिकारी (निलंबित पूर्व एसपी) मणिलाल पाटीदार के खिलाफ छह लाख रुपये की रिश्वत मांगने और अपनी जान का खतरा बताने से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया था और इसके कुछ घण्टे बाद ही वह संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगने से घायल अपनी कार में पाए गए थे।
इस सिलसिले में मृत क्रशर व्यवसायी के बड़े भाई रविकांत ने 11 सितंबर को निलंबित एसपी पाटीदार, बर्खास्त थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला और दो अन्य क्रशर व्यवसायी सुरेश सोनी व ब्रम्हदत्त के खिलाफ हत्या के प्रयास (307) का मुकदमा दर्ज करवाया था। जो मामला कानपुर की रीजेंसी अस्पताल में 13 सितंबर को इन्द्रकांत की मौत होने पर हत्या की धारा-302 में बदल गया था।
बहरहाल, एसआईटी की जांच में सामने आया कि इन्द्रकांत ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से खुद को गोली मारी थी, लिहाजा अब यह मामला आत्महत्या के लिए बाध्य करने की धारा-306 आईपीसी के तहत लखनऊ की एक अदालत में विचाराधीन है।
इसी मामले में कबरई के बर्खास्त पूर्व थानाध्यक्ष देवेन्द्र शुक्ला को 25 नवंबर को महोबा पुलिस ने झांसी की सीमा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि एसआईटी जांच में प्रकाश में आये बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार यादव ने लखनऊ की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था।
इस मामले में नामजद दो व्यवसायी सुरेश सोनी व ब्रम्हदत्त पहले से ही जेल में हैं। 50 हजार रुपये का इनाम घोषित होने और लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद भी निलंबित पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार फरार चल रहे हैं।
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