नई दिल्ली: महान क्रिकेटरएमएस धोनी ने 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इस समय एमएस धोनी आईपीएल 2020 की तैयारियों के लिए चेन्नई में हैं, जहां वे 19 सितंबर से चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते नजर आएंगे। महेंद्र सिंह धोनी ने जब एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से भी संन्यास लेने की घोषणा की, तो विश्व भर में धोनी के प्रशंसकों को दु:ख हुआ।
धोनी की लोकप्रियता को देखते हुए राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 2024 के चुनाव में लड़ना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया एमएस धोनी क्रिकेट से रिटायर हो रहे हैं, किसी और चीज से नहीं..मुश्किलों से लड़ने की उनकी कला बेहतरीन है।
इसके साथ ही स्वामी ने कहा कि भारतीय टीम को उनका प्रेरणादायक नेतृत्व जो उन्होंने क्रिकेट में दिखाया, उसे देखते हुए हमें लगता है कि उनके जैसे लोगों की सार्वजनिक जीवन में भी जरूरत है।
विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य न खोने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं महेंद्र सिंह धोनी
एमएस धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करते हुए भारतीय क्रिकेट के एक बेहतरीन युग का समापन कर दिया। धोनी ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में एक आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर पहचान बनाई और फिर धीरे-धीरे इस खेल के इतिहास के सबसे बेहतरीन फिनिशर बन गए।
साथ ही वह क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन कप्तानों में से रहे, जिनके नेतृत्व में भारत ने दो वर्ल्ड कप जीते। अपने शांत स्वभाव और विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य न खोने की क्षमता से धोनी 'कैप्टन कूल' कहलाए। अपने 16 साल लंबे इंटरनेशनल करियर में माही ने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली और मिसाल बनकर कप्तान की। धोनी ने भारत के लिए 538 इंटरनेशनल मैचों में 16 शतकों की मदद से 17226रन बनाए और 359 छक्के जड़े।
धोनी के संन्यास को गांगुली ने बताया 'एक युग का अंत'
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, ये एक युग का अंत है। वह देश और विश्व क्रिकेट के लिए क्या शानदार खिलाड़ी रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता ऐसी रही है जिसकी बराबरी करना मुश्किल होगा, खासतौर पर खेल के छोटे फॉर्मेट में।'
धोनी आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रॉफियां जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। इतने शानदार करियर के बाद धोनी का मानना है कि गांगुली इस विकेटकीपर बल्लेबाज को कोई अफसोस नहीं होगा।