मुंबई: रामनवमी के बाद हनुमान जयंती पर देश के कुछ राज्यों में सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि 'नए हिंदू ओवैसी' के माध्यम से महाराष्ट्र में भी शांति भंग करने की कोशिश की गई।
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में शांति को खतरे में डालने की कोशिश की गई लेकिन यहां के लोग और पुलिस शांतिप्रिय हैं। राज्य के 'नए ओवैसी'...'हिंदू ओवैसी'...के माध्यम से कुछ लोगों का मिशन राम और हनुमान के नाम पर दंगा भड़काना था लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
इसके बाद जब पत्रकारों ने उनसे मुझसे कि क्या आपने राज ठाकरे को 'नया हिंदू ओवैसी' कहा तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी का नाम नहीं लिया... भाजपा ने यूपी चुनाव जीतने के लिए एआईएमआईएम के ओवैसी से जो भी काम कराया, वही महाराष्ट्र के 'नए हिंदू ओवैसी' से भाजपा करने को कह रही है।
वहीं, दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई हिंसा पर राउत ने कहा कि चुनाव में राजनीतिक फायदा उठाने के लिए जानबूझकर देश का माहौल खराब किया जा रहा है। रामनवमी और हनुमान जयंती पर पहले कभी ऐसी घटनाएं नहीं हुईं, ये त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से मनाए जाते थे।
उन्होंने आगे कहा कि ये घटनाएं पूर्व-नियोजित और राजनीतिक रूप से प्रायोजित हैं। यह हिंदू-मुस्लिम दंगों को भड़काने के लिए किया जा रहा है क्योंकि हिंदू-पाक, सर्जिकल स्ट्राइक और राम मंदिर के मुद्दे काम नहीं करेंगे।
हालांकि, इससे पहले राज ठाकरे ने कहा था कि हम महाराष्ट्र में दंगे नहीं चाहते। नमाज अदा करने का किसी ने विरोध नहीं किया। लेकिन अगर आप (मुसलमान) लाउडस्पीकर पर करते हैं, तो हम इसके लिए लाउडस्पीकर का भी इस्तेमाल करेंगे। मुसलमानों को समझना चाहिए कि धर्म कानून से बड़ा नहीं है। 3 मई के बाद, मैं देखूंगा कि क्या करना है।