NCP का दावा- शिवसेना नेता संजय राउत ने साधा उससे संपर्क, अब होगी आगे की बातचीत
By रामदीप मिश्रा | Updated: November 3, 2019 15:06 IST2019-11-03T15:06:50+5:302019-11-03T15:06:50+5:30
, एनसीपी नेता अजीत पवार का कहना है कि उन्हें कुछ समय पहले संजय राउत का संदेश मिला है। उस समय वह एक बैठक में थे इसलिए प्रतिक्रिया नहीं दे पाए।

NCP का दावा- शिवसेना नेता संजय राउत ने साधा उससे संपर्क, अब होगी आगे की बातचीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद से लगातार सरकार के गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना के बीच में मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने को लेकर आपसी झगड़ा बरकरार है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने शिवसेना को लेकर अपना रुख नरम किया है और उसका कहना है कि शिनसेना ने उससे संपर्क किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, एनसीपी नेता अजीत पवार का कहना है कि उन्हें कुछ समय पहले संजय राउत का संदेश मिला है। उस समय वह एक बैठक में थे इसलिए प्रतिक्रिया नहीं दे पाए। चुनाव के बाद यह पहली बार है जब उन्होंने उनसे संपर्क किया है, उन्हें नहीं पता कि राउत ने क्यों मैसेज किया। वह थोड़ी देर में उसे फोन करूंगा।
राउत ने रविवार को दावा किया है कि उनकी पार्टी को 170 विधायकों का समर्थन हासिल है। राउत ने बीजेपी के साथ जारी खींचतान के बीच रविवार को एएनआई से कहा, '170 से ज्यादा विधायक हमारा (शिवसेना) समर्थन कर रहे हैं और ये आंकड़ा 175 तक भी पहुंच सकता है।' महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं, जबकि बहुमत के लिए 145 सीटें होना आवश्यक हैं।
Ajit Pawar, Nationalist Congress Party: I received a message from Sanjay Raut a while ago, I was in a meeting so couldn't respond. This is the first time after elections that he has contacted me, I don't know why he has messaged me. I will call him in a while. #Maharashtrapic.twitter.com/HAjKqBlsY3
— ANI (@ANI) November 3, 2019
बता दें महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित हुए थे। इसके बाद से बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर गतिरोध बना हुआ है। राज्य में 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए थे, जिसमें बहुमत के लिए 145 सीट की जरूरत है। सूबे में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसे 105 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि शिवसेना 56, एनसीपी 54, कांग्रेस 44 सीट हासिल कर सकी।