महाराष्ट्र पर फैसला जल्द, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद शरद पवार से मिलने पहुंचे अहमद पटेल
By विनीत कुमार | Updated: November 21, 2019 14:33 IST2019-11-21T14:33:49+5:302019-11-21T14:33:49+5:30
सूत्रों के अनुसार महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस के विधानसभा में सीटों के अनुसार मंत्री पद को लेकर भी सहमति हो चुकी है और इस पूरे फॉर्मूले को लेकर जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी।

शरद पवार से मिलने पहुंचे अहमद पटेल (फोटो-एएनआई)
महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार बनाने को लेकर सहमति लगभग बनने लगी है। इस बीच गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल एनसीपी चीफ शरद पवार से मिलने पहुंचे।
अहमद पटेल आज सुबह सोनिया गांधी के घर 10 जनपथ पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की हुई बैठक के बाद पवार से मिलने पहुंचे हैं। इस बैठक में सोनिया गांधी और अहमद पटेल सहित मल्लिकर्जुन खड़्गे, एके एंटनी, अधीर रंजन चौधरी आदि भी शामिल थे।
सूत्रों के अनुसार इन तीनों पार्टियों के विधानसभा में सीटों के अनुसार मंत्री पद को लेकर भी सहमति हो चुकी है और इस पूरे फॉर्मूले को लेकर जल्द ही घोषणा कर दी जाएगी। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस और एनसीपी के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर भी सबकुछ फाइनल है और अब इस बारे में शिवसेना से आज चर्चा की जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार फिलहाल कांग्रेस और एनसीपी मंत्री पद के लिए संभावित नामों पर चर्चा कर रहे हैं। साथ ही कहा जा रहा है कि कांग्रेस और एनसीपी के बीच आज की बैठके के बाद गठबंधन के नाम को भी अंतिम रूप दे दिया जाएगा। साथ ही इस गठबंधन के संयोजक के नाम को भी आज ही फाइनल किया जा सकता है।
संजय राउत ने भी दिये सरकार बनने के संकेत
दिल्ली में भले ही एनसीपी और कांग्रेस की मुलाकातों का दौर जारी है। वहीं, दूसरी ओर शिवसेना नेता संजय राउत ने भी संकेत दे दिए हैं कि तीनों पार्टियों के बीच बातचीत सही दिशा में है। संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि तीनों पार्टियों के विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी शनिवार को राज्यपाल को सौंपी जाएगी। संजय राउत ने इससे पहले ये भी दावा किया कि 1 दिसंबर से पहले राज्य में सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाऐगी।
महाराष्ट्र में अभी राष्ट्रपति शासन लागू है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे। बीजेपी को 105 सीटों पर जीत मिली जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।