महाराष्ट्र के मंत्री ने राज्य में बिजली की कमी के लिए कोल इंडिया लिमिटेड को जिम्मेदार ठहराया
By भाषा | Updated: October 12, 2021 20:36 IST2021-10-12T20:36:16+5:302021-10-12T20:36:16+5:30

महाराष्ट्र के मंत्री ने राज्य में बिजली की कमी के लिए कोल इंडिया लिमिटेड को जिम्मेदार ठहराया
मुंबई, 12 अक्टूबर महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार के अधीन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के खराब प्रबंधन और योजना की कमी के कारण राज्य को 3,500 से चार हजार मेगावाट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि ‘महारत्न पीएसयू’ और जीवाश्म कोयले की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी सीआईएल, राज्य में ताप विद्युत संयंत्र से बिजली उत्पादन करने के लिए समय पर कोयले की आपूर्ति नहीं कर पा रही है।
राउत ने संवाददाताओं से कहा, “महाराष्ट्र को साढ़े तीन हजार से चार हजार मेगावाट बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यह कोल इंडिया की असंगठित कार्यप्रणाली और योजना की कमी का नतीजा है, जिससे महाराष्ट्र को कोयले की कमी का सामना करना पड़ रहा है।”
कांग्रेस नेता ने ‘कोस्टल गुजरात पावर लिमिटेड’ और जेएसडब्ल्यू पर भी बिजली की आपूर्ति के संबंध में समझौता होने के बावजूद महाराष्ट्र को आपूर्ति नहीं करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “कोस्टल गुजरात पावर लिमिटेड और जेएसडब्ल्यू का राज्य की बिजली इकाइयों से समझौता है कि वे क्रमशः 760 मेगावाट और 240 मेगावाट बिजली आपूर्ति करेंगे। दोनों कंपनियां महाराष्ट्र को बिजली की आपूर्ति नहीं कर रही हैं, जिससे एक हजार मेगावाट की कमी हो गई है। इन कंपनियों के साथ हमारा लम्बे समय का समझौता है और उनके पास पर्याप्त भंडार है लेकिन फिर भी महाराष्ट्र को बिजली नहीं दी जा रही है।
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