लाइव न्यूज़ :

महाराष्ट्र : मंत्रियों के विभागों को लेकर हुईं मैराथन बैठकें

By भाषा | Updated: January 2, 2020 06:55 IST

तीनों दलों को ऐसे नेताओं के असंतोष का सामना करना पड़ रहा है जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे विधायकों में कांग्रेस के संग्राम थोप्टे शामिल हैं जिनके समर्थकों ने मंगलवार को पुणे कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की। असंतुष्ट नेताओं में राकांपा के प्रकाश सोलंकी भी शामिल हैं।

Open in App

महाराष्ट्र में विभागों के वितरण को लेकर गठबंधन सहयोगियों शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के बीच नाराजगी के बीच तीनों दलों के नेताओं ने विभागों के आवंटन को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार को मैराथन बैठकें कीं। मंत्रिमंडल का विस्तार सोमवार को किया गया था और 36 मंत्रियों को शामिल किया गया था। मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 43 हो गयी है। इनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।

सूत्रों ने कहा कि विभिन्न दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ कई दौर की बातचीत की। एक सूत्र ने कहा, ‘‘मंत्रियों के विभागों के आवंटन को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। आवंटन के बारे में कल घोषणा होने की उम्मीद है।’’

उन्होंने कहा कि जिला प्रभारी मंत्रियों और कैबिनेट बैठकों में मंत्रियों के बैठने की व्यवस्था को बुधवार को अंतिम रूप दिया गया। कांग्रेस की ओर से अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट, विजय वडेट्टीवार और नितिन राउत ने जबकि राकांपा की ओर से जयंत पाटिल और अजीत पवार ने तथा एकनाथ शिंदे ने शिवसेना की ओर से ठाकरे से बातचीत की।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पार्टी इस बात से नाराज है कि उसे कृषि और सहकारिता जैसे ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित कोई भी विभाग नहीं मिला है। सूत्रों ने कहा, ‘‘हम अन्य दो दलों के साथ विभागों की अदला-बदली कर सकते हैं। हम विभागों की संख्या में वृद्धि की मांग नहीं कर रहे हैं।’’

तीनों दलों को ऐसे नेताओं के असंतोष का सामना करना पड़ रहा है जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे विधायकों में कांग्रेस के संग्राम थोप्टे शामिल हैं जिनके समर्थकों ने मंगलवार को पुणे कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की। असंतुष्ट नेताओं में राकांपा के प्रकाश सोलंकी भी शामिल हैं।

दोनों दलों का कहना है कि उन्हें मना लिया गया है। सूत्रों के अनुसार शिवसेना के तानाजी सावंत भी मंत्रिमंडल विस्तार में नजरअंदाज किए जाने से नाखुश हैं। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले शिवसेना में शामिल हुए भास्कर जाधव ने दावा किया कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कुछ प्रतिबद्धताएं जतायी थीं, इसलिए उन्हें भरोसा था कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा लेकिन मंत्री नहीं बनाया जाना उनके लिए झटका था।

कहा जाता है कि लगभग एक दर्जन शिवसेना विधायक मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से नाराज हैं। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का मानना है कि पार्टी को कृषि, सहकारिता, आवास और ग्रामीण विकास विभाग नहीं मिले हैं जो राज्य के ग्रामीण जीवन से संबंधित हैं। 

टॅग्स :महाराष्ट्रउद्धव ठाकरेकांग्रेसशिव सेनाराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
Open in App

संबंधित खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट