मुंबईः भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के महायुति गठबंधन ने 288 नगर परिषदों और नगर पंचायतों के चुनावों में शानदार जीत हासिल करते हुए स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के 207 पद पर कब्जा कर लिया। राज्य चुनाव आयोग द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के अनुसार भाजपा, शिवसेना और एनसीपी गठबंधन की इस एकतरफा जीत ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी को केवल 44 सीटों तक सीमित कर दिया। राज ठाकरे की मनसे 0 पर आउट हो गई। भाजपा ने नगर अध्यक्षों के 117 पद, शिवसेना ने 53 और एनसीपी ने 37 पद जीते। कांग्रेस को 28, एनसीपी (एसपी) को सात और शिवसेना (यूबीटी) को नौ पद मिले हैं।
चुनाव आयोग में पंजीकृत पार्टियों को चार सीटें मिलीं, जबकि नगर अध्यक्षों की 28 सीटें गैर-मान्यता प्राप्त पंजीकृत पार्टियों को मिलीं। पांच सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं। शिवसेना (उबाठा) के नेता अनिल परब ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बीच गठबंधन की घोषणा ‘किसी भी क्षण’ की जा सकती है।
इससे पहले उनकी पार्टी के नेता संजय राउत ने कहा था कि कि राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे के साथ गठबंधन पर दो से तीन दिन में आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। परब ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गठबंधन की घोषणा कभी भी हो सकती है। शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे - तय करेंगे कि गठबंधन की घोषणा कैसे की जाए।’’
स्थानीय निकाय चुनाव के तहत मतगणना के बीच, पहले पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा था कि महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सहयोगी कांग्रेस को मनसे को लेकर कुछ आपत्तियां हैं। उन्होंने नगर निगम चुनावों के लिए मनसे के साथ गठबंधन के संबंध में कहा था, ‘‘हमारा मानना है कि (रविवार को हुई) यह आखिरी बैठक है।
दो-तीन दिन में आधिकारिक घोषणा की जाएगी।’’ मुंबई समेत 29 नगर निगमों के लिए चुनाव 15 जनवरी को होंगे और मतगणना उसके अगले दिन होगी। राउत ने कहा कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के चुनावों के लिए कांग्रेस को साथ लाने के प्रयास जारी हैं। राउत ने कहा था, ‘‘कांग्रेस ने राज ठाकरे के नेतृत्व वाली मनसे को लेकर अपनी आपत्ति जताई है।
हमने कांग्रेस को समझाने की कोशिश की कि भाजपा को हराने के लिए एकजुट होना जरूरी है। हालांकि, उसे मनाने के प्रयास जारी हैं।’’ उन्होंने कहा था , ‘‘मुंबई में गठबंधन न होने के बावजूद हमारे बीच (कांग्रेस के साथ) कोई मतभेद नहीं है।’’
कांग्रेस महासचिव और महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने शनिवार को कहा था कि पार्टी कार्यकर्ता बीएमसी चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा था, “हम प्रदूषण, स्वास्थ्य सेवा और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे। मुंबईवासियों को हमें उनकी सेवा करने का मौका देना चाहिए। महानगर के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की रक्षा के लिए कांग्रेस स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने को दृढ़ संकल्पित है।”