मुंबईः आजादी के 75वें वर्ष की पूर्व संध्या पर लोगों में देशभक्ति का जोश उमड़ रही है। अमृत महोत्सव के अवसर पर सांस्कृतिक मामलों के नए मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के अधिकारी दफ्तरों में फोन कॉल उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ कहेंगे।
महाराष्ट्र में सांस्कृतिक मामलों के नवनियुक्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, “ हम आजादी के 76वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम (आज़ादी का) अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इसलिए मैं चाहता हूं कि अधिकारी फोन उठाने पर ‘हेलो’ के बजाय 'वंदे मातरम' कहें।” उन्होंने कहा कि इस बाबत आधिकारिक सरकारी आदेश 18 अगस्त तक आ जाएगा। मंत्री ने कहा, “ मैं चाहता हूं कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारी अगले साल 26 जनवरी तक (फोन उठाने पर) 'वंदे मातरम' कहें।”
सुधीर मुनगंटीवार ने यह घोषणा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कैबिनेट के आवंटन की घोषणा के बाद की। वंदे मातरम सिर्फ एक शब्द नहीं बल्कि भारत माता के प्रति भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है। 1875 में बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा लिखित, इस गीत ने उस समय के स्वतंत्रता सेनानियों को जोश में डालने का काम किया था।
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के एक गांव में प्रति दिन राष्ट्रगान बजाने के लिए 15 लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने की पहल के तहत यह कदम उठाया गया है। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए पटोदा गांव में अधिकारियों ने यह कदम उठाया और यह व्यवस्था स्थायी रूप से जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि हर सुबह ग्राम पंचायत में लाउडस्पीकर पर राष्ट्रगान बजाया जाएगा। औरंगाबाद तहसील में स्थित इस गांव की आबादी चार हजार है। ग्राम विकास अधिकारी पुंडलिक पाटिल ने कहा, ‘‘हमने ग्राम पंचायत के कोष से पटोदा में अब तक 10 लाउडस्पीकर लगवाए हैं।
जल्द ही पांच और लाउडस्पीकर लगाए जाएंगे। हमने आज सुबह से राष्ट्रगान बजाना शुरू कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत ने गांव में स्थायी रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू की है।