महाराष्ट्र की कंपनी ने कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए दवा का मानव परीक्षण शुरू किया

By भाषा | Updated: August 11, 2021 18:01 IST2021-08-11T18:01:26+5:302021-08-11T18:01:26+5:30

Maharashtra company begins human trial of drug for patients with mild symptoms of Kovid-19 | महाराष्ट्र की कंपनी ने कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए दवा का मानव परीक्षण शुरू किया

महाराष्ट्र की कंपनी ने कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए दवा का मानव परीक्षण शुरू किया

मुंबई, 11 अगस्त पश्चिमी महाराष्ट्र में एक कंपनी ने हल्के और मध्यम लक्षण वाले कोविड-19 रोगियों के लिए बनाई गई दवा का मानव परीक्षण शुरू कर दिया है।

कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि परीक्षण के सभी चरण पूरे होने के बाद साल के अंत तक उत्पाद के जारी होने की उम्मीद है।

दुनिया का सबसे बड़ा टीका विनिर्माता संस्थान सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) पुणे स्थित आईएसईआरए बायोलॉजिकल प्राइवेट लिमिटेड की दवा परियोजना का प्रायोजक है। यह परियोजना कोविड-19 के भारत में फैलने के तुरंत बाद शुरू हो गई थी।

कंपनी के निदेशक प्रताप देशमुख ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कंपनी की प्राथमिक गतिविधि सर्पदंश और रैबीज के लिए एंटीसीरम दवाओं का निर्माण करने की है और कंपनी कोविड-रोधी दवा विकसित करने के लिए भी उसी प्रक्रिया का उपयोग कर रही है।

उन्होंने दवा के उत्पादन में अपनी कंपनी और एसआईआई द्वारा किए गए निवेश का खुलासा नहीं किया। इस दवा परियोजना पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है जो जैव चिकित्सा अनुसंधान के नियमन, समन्वय और संवर्धन के लिए भारत का सर्वोच्च निकाय है।

देशमुख ने कहा, “दवा परियोजना यह जांचने के एक विचार के रूप में शुरू हुई कि क्या हम किसी मरीज की मदद के लिए कोविड एंटीबॉडी का उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद पूर्व-नैदानिक ​​​​अध्ययन, इसके प्रभाव और पशुओं पर इस्तेमाल को लेकर किए गए अध्ययनों का विश्लेषण किया गया।"

उन्होंने कहा कि अब तक के परिणाम उत्साहजनक रहे हैं।

देशमुख ने कहा कि कंपनी बहुत कम लागत में दवा आपूर्ति करने में सक्षम होगी, जो फार्मा कंपनी रोशे द्वारा उत्पादित दवा की लागत का दसवां हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी को अप्रैल 2020 में भारतीय औषधि महानियंत्रक से परीक्षण लाइसेंस मिला और पिछले ही साल जून में एसआईआई साथ आया तथा एंटीजन की आपूर्ति में मदद की।

देशमुख ने कहा कि ये एंटीजन घोड़ों को दिए जाते हैं, जो एंटीबॉडी विकसित करते हैं, जिसके उपयोग से शोधन प्रक्रिया के बाद दवा का निर्माण किया जाता है।

उन्होंने कहा कि मानव परीक्षण के दौरान दवा की सुरक्षा जांची जा रही है, जिसके बाद कंपनी इसके प्रभाव को जांचने के लिए दूसरे और तीसरे चरण की शुरुआत करेगी तथा फिर आपातकालीन उपयोग की मंजूरी हासिल करने की कोशिश करेगी।

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Web Title: Maharashtra company begins human trial of drug for patients with mild symptoms of Kovid-19

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