महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस्तीफा देने को कहा गया है, एनसीपी में मचे घमासान के बीच आदित्य ठाकरे ने किया दावा
By अनिल शर्मा | Published: July 8, 2023 02:12 PM2023-07-08T14:12:45+5:302023-07-08T14:28:58+5:30
एकनाथ शिंद ने जोर देकर कहा कि राज्य में शिवसेना और भाजपा की सरकार में अजित पवार गुट के शामिल होने से उन्हें कोई खतरा नहीं है।
मुंबईः महाराष्ट्र की सियासत में मचे घमासान के बीच शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने अपने ताजा बयान से और सरगर्मी पैदा कर दी है। आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि अजित पवार के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से इस्तीफा देने को कहा गया है। हालांकि शिंदे गुट के शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा, हम इस्तीफा देने वाले नहीं बल्कि लेने वाले हैं। उनका नेतृत्व सभी को साथ लेकर चलने और धैर्य रखने का है।
आदित्य ठाकरे ने मौजूदा सरकार में फेरबदल के संकेत देते हुए कहा कि सरकार के भीतर महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से होगी। शिवसेना नेता ने कहा, शिंदे से इस्तीफा देने का अनुरोध किया गया है, जो राज्य मंत्रिमंडल में अजित पवार और आठ अन्य एनसीपी विधायकों को शामिल किए जाने के बाद मुख्यमंत्री के रूप में उनकी स्थिति के लिए संभावित खतरे का संकेत देता है।
हाल ही में शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने भी दावा किया था कि एनसीपी नेता अजित पवार के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद से शिंदे के गुट के करीब 20 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। राउत ने दावा किया, ''अजित पवार और राकांपा के अन्य नेताओं के सरकार में शामिल होने के बाद शिंदे खेमे के 17-18 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है।
हालांकि एकनाथ शिंद ने जोर देकर कहा कि राज्य में शिवसेना और भाजपा की सरकार में अजित पवार गुट के शामिल होने से उन्हें कोई खतरा नहीं है। उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन शिंदे से मुलाकात की। वहीं अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बैठक के बाद पार्टी में विभाजन की खबरों को सिरे से नकार दिया। पटेल ने कहा कि अजित पवार को सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।