Maharashtra Budget 2025: उपमुख्यमंत्री अजित पवार का ऐलान, राज्य में 5 साल के भीतर 50 लाख नौकरियां पैदा होंगी
By रुस्तम राणा | Updated: March 10, 2025 18:59 IST2025-03-10T18:21:06+5:302025-03-10T18:59:30+5:30
भाषण के दौरान, वित्त मंत्री पवार ने कहा कि उनकी सरकार अगले 5 वर्षों में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश के माध्यम से महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए 50 लाख नौकरियाँ पैदा करने का इरादा रखती है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की नई औद्योगिक नीति 2025 की घोषणा जल्द ही की जाएगी।

Maharashtra Budget 2025: उपमुख्यमंत्री अजित पवार का ऐलान, राज्य में 5 साल के भीतर 50 लाख नौकरियां पैदा होंगी
Maharashtra Budget 2025: वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए महाराष्ट्र राज्य का बजट राज्य के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में पेश किया। भाषण के दौरान, वित्त मंत्री पवार ने कहा कि उनकी सरकार अगले 5 वर्षों में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश के माध्यम से महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए 50 लाख नौकरियाँ पैदा करने का इरादा रखती है। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र की नई औद्योगिक नीति 2025 की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
अंतरिक्ष, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई और सर्कुलर अर्थव्यवस्था में भी विशेष नीतियों की घोषणा की जाएगी। पवार ने सबसे अमीर राज्य में नए श्रम कानून लागू करने के बारे में भी बात की। अपने भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि उनका इरादा मुंबई महानगर क्षेत्र या एमएमआर में नए बिजनेस कॉरिडोर बनाने और इसे ग्रोथ हब बनाने का है।
महाराष्ट्राचे नवीन औद्योगिक धोरण 2025 लवकरच जाहीर!
— DD Sahyadri News | सह्याद्री बातम्या (@ddsahyadrinews) March 10, 2025
♦️ ५ वर्षांत ₹40 लाख कोटी गुंतवणूक व ५० लाख रोजगार निर्मितीचे उद्दीष्ट. अवकाश, संरक्षण, इलेक्ट्रॉनिक्स, MSME व चक्रीय अर्थव्यवस्थेसाठी विशेष धोरणे येणार!
♦️नवीन कामगार नियमही लवकरच.#MahaBudgetSession2025@AjitPawarSpeakspic.twitter.com/wOcrvW54xr
दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) में मुख्यमंत्री फडणवीस की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए पवार ने कहा, दावोस आर्थिक शिखर सम्मेलन में 63 कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, 15.72 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ और 16 लाख नौकरियों का सृजन होने का अनुमान है।
वित्त मंत्री ने सदन को बेंगलुरू-मुंबई औद्योगिक गलियारे की स्थिति से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बेंगलुरू-मुंबई औद्योगिक गलियारे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है और इस परियोजना से राज्य के सूखाग्रस्त क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने में मदद मिलेगी।