महाराष्ट्र विधानसभाः ओबीसी आरक्षण और अध्यक्ष के खिलाफ धक्का-मुक्की, बीजेपी के 12 विधायक एक साल के लिए निलंबित
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 5, 2021 20:41 IST2021-07-05T15:31:08+5:302021-07-05T20:41:06+5:30
महाराष्ट्र विधानसभाः अध्यक्ष के खिलाफ धक्का-मुक्की के मामले में भाजपा के 12 विधायकों को निलंबित कर दिया गया है।

विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि अध्यक्ष को धक्का नहीं दिया गया था।
मुंबईः महाराष्ट्र विधानसभा में मराठा आरक्षण को निरस्त किए जाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा ने सदन में हंगामा किया। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बहुत बड़ी हलचल हुई है।
विधानमंडल के दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन सदन में जमकर बवाल हुआ। अध्यक्ष के खिलाफ धक्का-मुक्की के मामले में भाजपा के 12 विधायकों को निलंबित कर दिया गया है। केंद्र सरकार के खिलाफ ओबीसी आरक्षण के खिलाफ एक प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया है।
ओबीसी आरक्षण प्रस्ताव पेश करते हुए बीजेपी विधायक आक्रामक हो गए। भाजपा विधायक वेल में उतर गए और स्पीकर का माइक्रोफोन को पकड़ लिया। चेयरमैन के साथ धक्का-मुक्की करने पर विपक्ष के 12 विधायकों को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।
Maharashtra Assembly Speaker suspends 12 BJP MLAs for one year, for creating ruckus in the House, during the ongoing Assembly session.
— ANI (@ANI) July 5, 2021
संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने ओबीसी आरक्षण पर चर्चा के दौरान कथित तौर पर एक राजदंड ले जाने, एक माइक खींचने और सदन के अध्यक्ष का अपमान करने के लिए भाजपा विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव बहुमत से पारित किया गया था।
बता दें कि इससे कुछ देर पहले ही महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय मानसून सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई थी। कार्यवाहक स्पीकर भास्कर जाधव के मुताबिक जब सदन स्थगित हुआ तो बीजेपी के नेता मेरे केबिन में आए और विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़वीस और वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल के सामने मुझे गालियां दीं।
कार्यवाहक स्पीकर भास्कर जाधव ने संसदीय मामलों के मंत्री से इस मुद्दे की जांच करने के लिए कहा है। वहीं, विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि कार्यवाहक स्पीकर भाष्कर जाधव ने विपक्षी दलों के नेता को भी गाली दी। दरअसल, दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया।
Interacting with media in Vidhan Bhavan #MonsoonSessionhttps://t.co/095NJExxRu
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 5, 2021
विधायकों ने मेरी मां और बहनों से मेरा अपमान किया। पार्टी के अध्यक्ष भास्कर जाधव ने कहा, "आज मेरे लिए एक काला दिन है।" हालांकि, विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने दावा किया कि अध्यक्ष को धक्का नहीं दिया गया था। साथ ही बीजेपी विधायकों के निलंबन के बाद विपक्ष ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
विपक्ष का आरोप है कि कार्यवाहक स्पीकर भास्कर जाधव ने बोलने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया। विपक्ष ने कार्यवाही का बहिष्कार किया.विधानसभा ने सोमवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें केंद्र से 2011 की जनगणना के आंकड़े उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया ताकि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को ओबीसी आबादी का डेटा तैयार करने में सक्षम बनाया जा सके, ताकि स्थानीय निकायों में राजनीतिक आरक्षण बहाल किया जा सके। एनसीपी नेता और राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव को भाजपा के सदस्यों के हंगामे के बीच ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।
इस दौराना भाजपा सदस्य सदन के वेल में आ गए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रस्ताव राजनीति से प्रेरित है। शिवसेना नेता सुनील प्रभु और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि भाजपा सदस्यों ने कार्यवाहक स्पीकर के साथ दुर्व्यवहार किया और अध्यक्ष के कक्ष में उनके साथ मारपीट की। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके बाद डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
निलंबित विधायकों के नाम-
1. संजय कुटे
2. आशीष शेलार
3. गिरीश महाजन
4. पराग अलवणी
5. राम सतपुते
6. अतुल भाटखलकर
7. जयकुमार रावल
8. हरीश पिंपल
9. योगेश सागर
10. नारायण कुचे
11. कीर्ति कुमार (बंटी) बगड़िया
12. अभिमन्यु पवार।