पीएम मोदी का कांग्रेस पर वार, 'हमने सावरकर के संस्कारों को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा, उन्होंने आंबेडकर को भारत रत्न से दूर रखा'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: October 16, 2019 12:34 PM2019-10-16T12:34:18+5:302019-10-16T12:34:18+5:30
PM Mod in Akola: पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए अकोला में आयोजित चुनावी जनसभा में कांग्रेस को आर्टिकल 370 के मुद्दे पर जमकर घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए अकोला में बुधवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं जो राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है।
पीएम ने महाराष्ट्र के अकोला में चुनावी रैली में कहा, 'ये वीर सावरकर के ही संस्कार हैं जो राष्ट्रवाद को हमने राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है। वहीं दूसरी तरफ वो लोग हैं जिन्होंने बाबा साहेब का कदम-कदम पर अपमान किया, उन्हें दशकों तक भारत रत्न से दूर रखा।'
पीएम ने कहा, 'इन लोगों (कांग्रेस) ने आंबेडकर को भारत रत्न नगीं दिया, ये वीर सावकर का अपमान करते हैं और अब जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाने के खिलाफ हैं, हमें महाराष्ट्र के उन सपूतों पर गर्व है जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
पीएम मोदी ने आर्टिकल 370 पर विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम ने आर्टिकल 370 के नियम पर विपक्ष को घेरते हुए कहा कि ये लोग पूछते हैं कि आर्टिकल 370 का महाराष्ट्र चुनावों से क्या संबंध हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर के लोग भी मां भारती की संतान हैं।
मोदी ने कहा, 'राजनीतिक फायदों के लिए कुछ लोग कह रहे हैं कि आर्टिकल 370 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से कोई लेनादेना नहीं है। मैं ऐसे लोगों को बताना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर और उसके लोग भी मां भारती के बेटे हैं।'
पीएम ने कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'एक समय महाराष्ट्र में आतंकवाद और घृणा की नियमित घटनाएं हुआ करती थी। दोषी भाग जाते थे, और दूसरे देशों में बस जाते थे। भारत उन लोगों से पूछना चाहता है जो तब सत्ता में थे, उन्होंने ये कैसे होने दिया, वे कैसे भाग गए?'
अकोला में पीएम मोदी की रैली की महत्वपूर्ण बातें:
-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाबा साहब अंबेडकर के संविधान को पूरी तरह लागू न करने के प्रयासों के पीछे भी ऐसे ही लोगों की दुर्भावना है।
-जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को पूरी तरह लागू न करने के प्रयासों के पीछे भी ऐसे ही लोगों की दुर्भावना है।
-महाराष्ट्र के अकोला में चुनावी रैली में पीएम मोदी: मैं हैरान हूं कि छत्रपति शिवाजी की धरती पर आजकल राजनीतिक स्वार्थ के कारण ऐसी आवाजें उठायी जा रही हैं और इनकी बेशर्मी देखिये कि ये खुलेआम कह रहे हैं कि महाराष्ट्र के चुनाव से अनुच्छेद 370 का क्या लेना देना? महाराष्ट्र से जम्मू कश्मीर का क्या संबंध?
-हमें गर्व है महाराष्ट्र के उन सपूतों पर जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। और आज राजनीति के स्वार्थ और अपने परिवार में डूबे हुए ये लोग ये कहने में लगे हुए हैं कि महाराष्ट्र का जम्मू कश्मीर से क्या लेना देना? डूब मरो, डूब मरो।
-महाराष्ट्र का कोई जिला ऐसा नहीं होगा जहां से गए वीर सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर की शांति के लिए त्याग नहीं किया होगा। महाराष्ट्र के वीर जवान के दिल में यही बात रही होगी कि मैं छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती से आया हूं, मैं देश पर आंच भी नहीं आने दूंगा।
-याद कीजिये एक समय था जब आए दिन यहां बम धमाके होते थे, मुंबई दहल जाता था। उस समय जो बम धमाके हुए उनके जो मास्टरमाइंड सामने आए वो बचकर निकल गए, दुश्मन देशों में बसेरा बना लिया। आज उन लोगों से ये देश पूछता है कि इतने बड़े गुनाहगार कैसे बचकर निकल गए।
-महाराष्ट्र को खून के रंग से रंग देने वालों के साथ, इन लोगों की रंगरेलियां चलती थीं। इन्हें पता था कि इनकी पोल खुलने वाली है, इन्हें पता था कि इनके कारनामें सामने आएंगे। इसलिए ये डरे हुए थे।
-इसलिए पिछले कुछ दिनों से इन्होंने जांच एजेंसियों को बदनाम करना, केंद्र सरकार को बदनाम करना शुरु कर दिया था। लेकिन वक्त बदल चुका है। हर कारनामे का जवाब देश लेकर रहेगा।
-बीते 5 वर्ष में गरीबों के सशक्तिकरण से सशक्त परिवार, सशक्त समाज और सशक्त राष्ट्र के निर्माण में हम जुटे हैं। उज्ज्वला योजना से लेकर आवास योजना तक, आयुष्मान योजना से लेकर मुद्रा योजना का लाभ समाज के सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है।
-5 वर्ष पहले तक यहां सिंचाई और पानी के नाम पर क्या क्या खेल होते थे, उनसे आप अच्छी तरह वाकिफ हैं। कांग्रेस और राष्ट्रवादी (NCP) की भ्रष्टवादी युति ने महाराष्ट्र को दशकों पीछे धकेल दिया था।