महाराष्ट्र: सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच बगावत की तैयारी में थे कुछ कांग्रेसी विधायक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 13, 2019 08:31 AM2019-11-13T08:31:24+5:302019-11-13T08:31:24+5:30
Congress MLAs: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच कुछ कांग्रेसी विधायक बगावत के मूड में थे, फिर पार्टी ने ऐसे मनाया
मुंबई। 12 नवंबर। शिवसेना को सरकार बनाने के लिए समर्थन पत्र देने में देरी से नाराज कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बगावत की तैयारी कर ली थी। आलाकमान ने बगावत को थामने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मुंबई भेजा। कांग्रेस के 44 विधायकों में से अधिसंख्य इन दिनों जयपुर के रिसोर्ट में हैं।
पार्टी में टूट-फूट के मद्देनजर उन्हें कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान की राजधानी भेजा गया था। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से संपर्क किया, तब जाकर पार्टी ने कांग्रेस के महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कांग्रेस के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल को मुंबई भेजा।
कई कांग्रेसी विधायकों ने बना लिया था बगावत का मन!
सूत्रों ने बताया कि जयपुर में ठहरे कांग्रेस विधायकों को जब यह पता चला कि पार्टी ने शिवसेना को समर्थन पत्र नहीं दिया है, तो उनमें से कई ने बगावती सुर अख्तियार कर लिये। कुछ विधायकों ने रात में ही राकंपा नेताओं अजित पवार, जयंत पाटिल और धनंजय मुंडे से संपर्क किया और कहा, ''हमने अलग समूह बना लिया है। किसी भी स्थिति में आप सरकार बनाओ।''
कांग्रेस के 'बागी' विधायकों के फोन के बाद राकांपा नेता देर रात तक शरद पवार के बंगले 'सिल्वर ओक' में बैठक करते रहे। वहां रणनीति बनी, सुबह शरद पवार ने सोनिया गांधी से संपर्क किया। उन्होंने सोनिया गांधी को बताया कि कांग्रेस के विधायकों में बेचैनी है और कई विधायकों ने फोन करके बगावत की तैयारी की जानकारी दी है। अगर बगावत थामनी है, तो तत्काल फैसला करना होगा।
इसके बाद सुबह की उड़ान से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोरात, पूर्व मुख्यमंत्री पृृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण मुंबई पहुंचे। दोपहर साढ़े 12 बजे वेणुगोपाल ने ट्वीट करके बताया कि वे चर्चा करने के लिए शरद पवार से मिलने जा रहे हैं। समझा जाता है कि बगावती विधायकों से संपर्क भी साधा गया और तब वे पीछे हटने को तैयार हुए।