Maha Political Crisis: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना को हिंदुत्व से अलग नहीं किया जा सकता। शिवसेना और हिंदुत्व एक सिक्के के दो पहलू हैं। सीएम ने कहा कि हमने 2014 का चुनाव हिंदुत्व के मुद्दे पर ही लड़ा था।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर मैं इस्तीफा देता हूं और शिवसेना का कोई और सदस्य मेरे बाद मुख्यमंत्री बनता हूं तो मुझे खुशी होगी। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सच है कि मैं अपनी सर्जरी और स्वास्थ्य की स्थिति के कारण पिछले कुछ महीनों में लोगों से नहीं मिल सका।
लेकिन अब, मैंने लोगों से मिलना शुरू कर दिया है। मैं यह नहीं जानना चाहता कि हमारे विधायकों के साथ क्या हो रहा है और वे कहां जा रहे हैं या उन्हें कहां ले जाया जा रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ गए विधायकों के फोन कॉल आ रहे हैं। दावा कर रहे हैं कि जबरन ले जाया गया है। शरद पवार एवं कमलनाथ ने मुझे फोन करके कहा कि वे चाहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री पद पर बना रहूं।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि यह बालासाहेब की शिवसेना नहीं है। उन्हें बताना चाहिए कि बाला साहब के विचार क्या थे। यह वही शिवसेना है जो अपने समय में थी 'हिंदुत्व' ही हमारी जिंदगी है। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का इच्छुक नहीं हूं।
अगर असंतुष्ट विधायकों में से एक भी कहता है कि वह मुझे मुख्यमंत्री के रूप में नहीं चाहता है तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ दूंगा और आधिकारिक आवास खाली कर दूंगा। मैंने मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे का पत्र तैयार रखा है। शिवसेना प्रमुख का पद भी छोड़ने को तैयार हूं। असंतुष्ट विधायक आगे आएं और इसकी मांग करें।