Maha Kumbh 2025: महाकुंभ क्षेत्र में बसाया स्वच्छ सुजल गांव, अब प्रधानमंत्री पुरस्कार से होंगे सम्मानित!
By राजेंद्र कुमार | Updated: January 15, 2025 19:40 IST2025-01-15T19:40:05+5:302025-01-15T19:40:24+5:30
भारत सरकार ने अनुराग श्रीवास्तव के इस कार्य का संज्ञान लिया और अब जल जीवन मिशन की परियोजनाओं में सोलर पावर का अभिनव प्रयोग करने के लिए अनुराग श्रीवास्तव को प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, 2023 के लिए चुना गया है.

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ क्षेत्र में बसाया स्वच्छ सुजल गांव, अब प्रधानमंत्री पुरस्कार से होंगे सम्मानित!
लखनऊ/महाकुंभ नगर: प्रयागराज में 4000 हेक्टेयर में फैले मेला क्षेत्र में ग्रामीण जलापूर्ति एवं नमामि गंगे विभाग ने 'स्वच्छ सुजल गांव' बसाया है. 'पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचान' थीम पर बनाया गए इस गांव यह दिखाया गया गया है कि कैसे कभी प्यासे रहे बुंदेलखंड में पीएम मोदी और सीएम योगी के मार्गदर्शन से पेयजल की समस्या का समाधान किया जा रहा है. और बांदा, झांसी, चित्रकूट, ललितपुर तथा महोबा के उन गांवों में जहां महिलाओं के पानी ढोने के कारण उनके सिर से बाल गायब हो गए थे.
वहां अब कैसे शुद्ध पानी से महिलाओं के जीवन में बदलाव हो रहा है. यह कहानी मेला क्षेत्र में बने गांव में हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, तेलगू व मराठी में बयां की जा रही है. यही नहीं यह भी बताया जा रहा है कि यूपी में जल जीवन मिशन की 80 प्रतिशत योजनाओं कैसे सोलर का इस्तेमाल किया जा रहा है. यह सफल प्रयोग उत्तर प्रदेश में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव ने किया.
भारत सरकार ने अनुराग श्रीवास्तव के इस कार्य का संज्ञान लिया और अब जल जीवन मिशन की परियोजनाओं में सोलर पावर का अभिनव प्रयोग करने के लिए अनुराग श्रीवास्तव को प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, 2023 के लिए चुना गया है. अब जल्दी ही वह प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित होंगे.
इसलिए मिलेगा अनुराग को यह पुरस्कार
भारत सरकार द्वारा इनोवेशन स्टेट की कैटेगरी में आईएएस अनुराग श्रीवास्तव को सम्मानित किया जाएगा. इस संबंध में केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय के सचिव वी श्रीनिवास ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को पत्र भेजा है. आईएएस अनुराग श्रीवास्तव को इस पुरस्कार से 10 अप्रैल को नई दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा. यह पुरस्कार देश भर के उन चंद चुनिंदा आईएएस अफसरों को दिया जाता है, जो उत्कृष्ट कार्य करते हैं. इस पुरस्कार की शुरुआत भारत सरकार द्वारा असाधारण और अभिनव कार्यों को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए की गई है. इसमें तहत कम से कम पाँच प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों को पुरस्कार के लिए चुना जाता है.
इस पुरस्कार के लिए चुने गए अनुराग श्रीवास्तव 1992 बैच के आईएएस अफसर हैं. सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक और एमटेक कर चुके अनुराग मौजूदा समय में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। 23 साल के अपने प्रशासनिक कैरियर में अनुराग 10 जिलों के जिलाधिकारी रह चुके हैं. उनकी देखरेख में ही यूपी में जल जीवन मिशन की 80 प्रतिशत से अधिक परियोजनाएं सोलर पावर के जरिए चलाई जा रही है. जल जीवन मिशन परियोजना में इतने बड़े पैमाने पर सोलर पावर का इस्तेमाल करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है.
उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के अंतर्गत यूपी में कुल 41539 परियोजनाएं हैं. जिसमें से 33,157 जल जीवन मिशन के प्रोजेक्ट्स में सोलर एनर्जी का उपयोग किया जा रहा है. जिससे रोजाना 900 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है. ऐसा करने वाला उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी राज्य सोलर तकनीक के इस्तेमाल से गांवों में की जाने वाली जलापूर्ति की लागत में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है. साथ ही पानी की सप्लाई के लिए इलेक्ट्रिसिटी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. लो मेंटेनेंस के साथ-साथ इन सौर ऊर्जा संयंत्रों की आयु 30 साल होती है.
30 साल के दौरान इन परियोजनाओं का संचालन सौर ऊर्जा के जरिए होने से करीब 1 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी. इससे करीब 13 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाई ऑक्साइड का इमिशन प्रतिवर्ष कम होगा. इन सब वजहों के चलते भारत सरकार ने अनुराग श्रीवास्तव को पुरस्कार देने के लिए चुनाव है.