विदिशा: मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में गुरुवार रात बड़ा हादसा हो गया। कुएं में एक बच्चे के गिरने के बाद उसे निकालने के लिए पहुंचे कई लोग मिट्टी धंसने से कुएं में गिर गए। मिली जानकारी के अनुसार मिट्टी धंसने से दो दर्जन से ज्यादा करीब 30 लोग नीचे गिरे और मलबे में दब गए।
एएनआई के अनुसार शुक्रवार सुबत तक बचाव कार्य में 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं, चार लोगों की मौत की खबर है। इनके शव निकाले जा चुके हैं। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच के भी निर्देश दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें 20 फुट के आसपान पानी भी है।
पीटीआई के अनुसार मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार देर रात तक कि अब तक 16 लोगों को बचा लिया गया है। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस कुएं के पानी को मशीनों के जरिये बाहर निकाला जा रहा है।
विदिशा: कैसे हुआ हादसा
एक अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में कई लोगों की मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है। वहीं, इस हादसे में कुएं में गिरने के बाद बचाये गये दो लोगों ने मीडिया से कहा कि कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ।
उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गये, जबकि करीब 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गये। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गये।
उन्होंने कहा कि उन दोनों सहित करीब 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए। दोनों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ।
बचावकार्य के दौरान ट्रैक्टर भी कुएं में गिरा
वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रात करीब 11 बजे बचाव कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी इस कुएं में गिर गया, जिससे चार पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी इस कुएं में गिर गये। इनमें से तीन पुलिसकर्मियों एवं कुछ अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल राहत एवं बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिये। चौहान ने घटनास्थल पर मौजूद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से बात कर घटना के संबंध में जानकारी ली और बचाव अभियान को तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिये।
चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और पीड़ितों को हर संभव चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
(पीटीआई इनपुट)