मध्यप्रदेश: करीब सवा करोड़ रुपए की कीमत का दोमुंहा सांप बरामद, पांच आरोपी गिरफ्तार
By भाषा | Updated: December 30, 2019 05:34 IST2019-12-30T05:34:27+5:302019-12-30T05:34:27+5:30
भारद्वाज ने बताया कि उक्त आरोपी दोमुंहा सांप की विलुप्त हो रही प्रजाति को पकड़ कर अवैध तरीके से धन कमाने के लिये तस्करी कर रहे थे।

मध्यप्रदेश: करीब सवा करोड़ रुपए की कीमत का दोमुंहा सांप बरामद, पांच आरोपी गिरफ्तार
राजगढ़ जिले की पुलिस ने रविवार को तीन नाबालिग सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब सवा करोड़ रुपए की कीमत का एक दोमुंहा सांप बरामद किया। राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ थाना प्रभारी कैलाश भारद्वाज ने बताया, ‘‘हमने रविवार को दोमुंहे सांप की तस्करी करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार किया। साथ ही उनके कब्जे से एक दोमुंहा सांप (चकलोन) भी बरामद किया, जिसकी कीमत करीब सवा करोड़ रुपये बताई जाती है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हमें मुखबिर से गुप्त सूचना मिली थी कि बस स्टैण्ड नरसिंहगढ़ पर तीन संदिग्ध व्यक्ति खड़े हैं, जो सांप खरीदने और बेचने के संबंध में किसी से फोन पर बात कर रहे हैं।’’ भारद्वाज ने बताया, ‘‘पुलिस दल जब मुखबिर द्वारा बताये स्थान पहुंचा तो एक व्यक्ति पुलिस को आता देखकर भागने लगा, जिसे पुलिस दल ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। उससे पूछताछ कर उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।’’ उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों में दो वयस्क हैं, जिनके नाम पवन नागर एवं श्याम गुर्जर हैं। बाकी तीन नाबालिग हैं।
भारद्वाज ने बताया, ‘‘पवन नागर के पास मौजूद एक प्लास्टिक के थैले की तलाशी लेने पर थैले में एक दोमुंहा सांप मिला, जिसे जब्त कर लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नागर ने पूछताछ में बताया कि उसने इस दोमुंहे सांप को मध्यप्रदेश के सीहोर जिले से खरीदा है और अपने साथियों के साथ नरसिंहगढ़ में इसे बेचने के लिए आया था।’’ भारद्वाज ने बताया कि उक्त आरोपी दोमुंहा सांप की विलुप्त हो रही प्रजाति को पकड़ कर अवैध तरीके से धन कमाने के लिये तस्करी कर रहे थे।
गिरफ्तार किये गये इन आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह दोमुंहा सांप वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत एक गैर विषैली संरक्षित प्रजाति है। इसका इस्तेमाल दवाइयों एवं सौंदर्य प्रसाधन बनाने में किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी बहुत मांग है।