Madhya Pradesh Taja khabar: शपथ लेते ही एक्शन में दिखे CM शिवराज चौहान, कहा-कोरोना से निपटना है प्राथमिकता
By स्वाति सिंह | Published: March 23, 2020 09:18 PM2020-03-23T21:18:59+5:302020-03-23T21:19:46+5:30
मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि सोमवार शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान को दल का नेता चुना गया। वह आज रात नौ बजे प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
भोपाल: मध्य प्रदेश में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसे पहले उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका सबसे पहला कम कोरोनावायरस के संक्रमण को खत्म करना होगा। शिवराज सिंह ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जो समान्य कार्यकर्त्ता को भी पूरा मौका देती है। पार्टी ने जो विश्वास व्यक्त किया है मैं उन्हें निराश नहीं करूंगा। मध्य प्रदेश के विकास के लिए काम करूँगा। हमारा अभी एक मात्र लक्ष्य कोरोना वायरस को रोक कर जनता को सुरक्षित करना होगा। इसलिए शपथ के तुरंत बाद इसमें लग जाऊंगा। आप सब से अपील है कि अपने घर में रहकर ही कामना करें। यह उत्सव या जश्न का समय नहीं है। बल्कि जल्द से जल्द इस महामारी से छुटकारा पाना है।
बता दें कि मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि सोमवार शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक में शिवराज सिंह चौहान को दल का नेता चुना गया।
शर्मा ने यहां मीडिया से कहा, ''कोरोना वायरस के खतरे के कारण तत्काल यह निर्णय लिया गया था कि भाजपा विधायक दल की बैठक बुला कर नेता का चुनाव किया जाए। ताकि वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इस महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए सरकारी तंत्र का उपयोग करे।’’शिवराज ने कोरोना से निपटने को बताया प्राथमिकता #Covid_19india#coronovirusindiapic.twitter.com/tgRbUDmsKZ
— लोकमत न्यूज़ (@LokmatNewsHindi) March 23, 2020
शर्मा ने बताया कि भाजपा के केन्द्रीय पर्यवेक्षक दिल्ली से वीडियो कान्फ्रेस के जरिए भोपाल में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर सभी विधायकों से हमने अनुरोध किया है कि वे किसी अन्य व्यक्ति को अपने साथ में लेकर न आयें। केवल विधायक उपस्थित रहेंगे।
इससे पहले सोमवार को ही बीजेपी विधायक दल की बैठक से पहले गोपाल भार्गव ने नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद विधायक दल की बैठक शुरू हुई। बैठक में शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मौजूद थे। गोपाल भार्गव ने शिवराज के नाम का प्रस्ताव रखा। शर्मा ने उसका समर्थन किया। कुछ ही विधायक बैठक में मौजूद थे। कोरोना का संक्रमण न फैले, इसका एहतियात लेते हुए बाकी विधायकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। सभी विधायकों ने शिवराज के नाम पर मुहर लगाई और उन्हें अपना नया नेता चुन लिया।
बता दें कि 20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम पद की दौड़ में शिवराज ही सबसे मजबूत दावेदार थे। वे 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने तीन बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका होगा, जब कोई चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रहे हैं। इस बार शिवराज के साथ-साथ नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा के नाम की भी चर्चा थी।