मध्य प्रदेश चुनावः NCP ने सपा और गोंगपा को किया साथ, सिवनी से उतारा गठबंधन के तहत प्रत्याशी
By राजेंद्र पाराशर | Updated: November 7, 2018 16:09 IST2018-11-07T16:09:58+5:302018-11-07T16:09:58+5:30
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है। राकांपा ने यह गठबंधन समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ किया है।

मध्य प्रदेश चुनावः NCP ने सपा और गोंगपा को किया साथ, सिवनी से उतारा गठबंधन के तहत प्रत्याशी
मध्यप्रदेश में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कदम रख दिए हैं। राकांपा ने समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन के तहत सिवनी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी उतारा है। सिवनी में सपा और गोंगपा अपने प्रत्याशी नहीं उतार रहे हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है। राकांपा ने यह गठबंधन समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ किया है। इस गठबंधन के तहत राकांपा ने सिवनी विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है। राकांपा ने सिवनी में गयाप्रसाद पटेल को उम्मीदवार बनाया है।
इसके अलावा सिवनी सहित 54 विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। सपा और गोंगपा ने राकांपा के साथ केवल एक सीट पर सिवनी विधानसभा क्षेत्र के लिए गठबंधन किया है। सपा, गोंगपा और राकांपा के बीच हुए गठबंधन की पुष्टि गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश नाग ने की है। उन्होंने बताया कि हम यहां पर अपना प्रत्याशी मैदान में नहीं उतार रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीनों दलों के राष्ट्रीय नेताओं के बीच इस आशय की चर्चा हुई इसके बाद यह फैसला लिया गया।
इधर, लंबे समय से राजनीतिक दल के लिए प्रयास कर रहे सपाक्स के पदाधिकारियों को मंगलवार को राहत मिल गई। सपाक्स को राजनीतिक दल की मान्यता चुनाव आयोग ने दे दी है। आयोग की ओर से इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग को भी जानकारी भेज दी गई है।
एट्रोसिटी एक्ट के विरोध के बाद पार्टी के रुप में उभरी सपाक्स को राज्य में अपनी पहचान के साथ चुनाव मैदान में उतरना था। इसके लिए कभी जद्दोजहद चलती रही। विवादों और आयोग को की शिकायतों के बाद सपाक्स ने निर्दलीय रुप में प्रत्याशी उतारने का फैसला कर लिया था, मगर आज उसे उस वक्त राहत मिली जब आयोग ने पार्टी के रुप में सपाक्स के रजिस्ट्रेशन किए जाने की जानी दी।
सपाक्स अब अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ सकती है। रजिस्ट्रेशन नहीं होने से पहले सपाक्स दूसरे दलों से अपने उम्मीदवारों को उतारने पर चर्चा कर रही थी, लेकिन अब जल्द ही उसे निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव चिन्ह जारी कर दिया जाएगा।