मध्यप्रदेशः 12 अर्थियां एक साथ देख कोई भी नहीं रोक सका आंसू

By बृजेश परमार | Updated: January 30, 2019 05:52 IST2019-01-30T05:52:09+5:302019-01-30T05:52:09+5:30

दुर्घटना में अर्जुन कायत के पूरे परिवार की मृत्यु हो गई। उनके बड़े भाई गौरीशंकर कायत पीएम रूम के बाहर बैठे थे जैसे ही विधायक पारस जैन उन्हें ढांढस बंधाने पहुंचे तो गौरीशंकर के आंसू झलक आए।

Madhya Pradesh: One can not stop seeing 12 economies together | मध्यप्रदेशः 12 अर्थियां एक साथ देख कोई भी नहीं रोक सका आंसू

फाइल फोटो

मध्य प्रदेश के उज्जैन में देर रात हुए हादसे में मृतक 12 सदस्यों का पोस्टमार्टम मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में किया गया। इस दौरान कभी अपने दादा की गोद में खेलती दो वर्षीय मासूम सिद्धी गोद में चिर मौन थी। दादा अपनी मासूम का शव गोद में लिये स्तब्ध थे। उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, हादसे में उन्होंने बहू को भी खो दिया था। पोस्टमार्टम रूम के बाहर जिसने भी इस द्श्य को देखा वह अपने आंसू नहीं रोक पाया।

2 वर्षीय मासूम के साथ परिवार के 12 लोगों के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। परिजनों की सहमति से पोस्टमार्टम रूम के बाहर 12 अर्थियां तैयार हुईं जिन्हें 4 शव वाहनों में रखकर ले जाया गया। अस्पताल में एक साथ 12 अर्थियां देखकर लोग सिहर उठे।हृदय विदारक घटना से  परिजनों के आंसु थम नहीं पा रहे हैं। महेश नगर और तिलकेश्वर कालोनी में घटना से आत्म पिडित कई परिवारों में महिलाओं ने घर में खाना तक नहीं बनाया।

बीती रात नागदा फोरलेन मार्ग पर भीषण सड़क हादसे में उज्जैन से करीब 12 किलोमीटर दूर रामगढ़ फंटे के समीप हुए इस इस हृदयविदारक हादसे में उज्जैन में रहनेवाले कायत परिवार के 12 लोग काल के गाल के समा गए। मरने वालों में 3 बच्चों और 5 महिलाओं सहित 4पुरूष हैं। सभी नागदा में अपने रिश्तेदार सुभाष कायत के यहाँ आयोजित शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे।

तभी रात करीब 12 बजे रामगढ़ फंटे के पास मोड़ पर उनकी वैन की सामने आ रही कार से जोरदार भिड़ंत हो गई। एयर बैग खुलने से कार में सवार  चालक और उसके पास बैठा युवक घायल हो गये। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि मारुति वैन में सवार 2 वर्षीय बालिका सहित सभी 12 लोगों की मौके पर मृत्यु हो गई। जबकि टाटा हैग्जा कार चालक का ड्रायवर घायल हुआ जिसे उपचार के लिये इंदौर रैफर किया है।मृतकों के परिजनों को शासन द्वारा 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। अधिकांश मृतक तिलकेश्वर कॉलोनी के रहने वाले थे और हादसे के बाद से कॉलोनी में शोक व्याप्त है।

अर्जून कायत का पुरा परिवार ही उजड़ा-

दुर्घटना में अर्जुन कायत के पूरे परिवार की मृत्यु हो गई। उनके बड़े भाई गौरीशंकर कायत पीएम रूम के बाहर बैठे थे जैसे ही विधायक पारस जैन उन्हें ढांढस बंधाने पहुंचे तो गौरीशंकर के आंसू झलक आए। उनका कहना था कि मेरा तो पूरा परिवार ही उजड़ गया।गौरीशंकर कायत ने कहा कि उन्हेल मार्ग रामगढ़ फंटे पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं जिनमें लोगों की जानें गई हैं। उस मार्ग को अविलंब चौड़ा किया जाये ताकि भविष्य में किसी का परिवार न उजड़े।

दुर्घटना स्थल की जांच करेंगे कलेक्टर-

सुबह करीब 10.30 बजे पीएम के बाद पीएम रूम के बाहर ही 11 अर्थियां परिजनों ने तैयार की। एक दो वर्षीय मासूम का शव परिजनों की गोद में था। मृतकों के परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। इस दौरान संभागायुक्त अजीत कुमार, कलेक्टर शशांक मिश्रा, एडीएम जीएस डाबर मौके पर पहुंचे।यहां गमगीन गौरीशंकर कायत को ढांढस बंधाया और शासन द्वारा मृतकों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत होने व घायलों को उपचार की बात कही, साथ ही कहा कि घटना स्थल का मुआयना करने जा रहे हैं। रामगढ़ फंटे पर किसी प्रकार के सुधार की आवश्यकता है तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जाएगा ताकि आगे से दुर्घटनाएं न हों।

दुर्घटना में इनकी मौत-

हादसे में अर्जुन कायत 50,उनकी पत्नी राजूबाई 45, बेटा शुभम 20,बेटियां बुलबुल 22 और रवीना 24 के साथ निवासी नगरकोट जबकि तिलकेश्वर और महेश नगर में रहने वाले उनके 7 अन्य रिश्तेदार कुलदीप 24,तीजा बाई 55,धर्मेंद्र 38,सलोनी 13,राधिका 7,सिद्धि 2, चंचल 22 शामिल हैं।

पुलिस ने किया प्रकरण दर्ज- दुर्घटना के इस मामले में भैरवगढ थाना पुलिस ने तिलकेश्वर कालोनी निवासी दीपक कायत की रिपोर्ट पर टाटा हैक्जा के चालक के विरूद्ध वाहन तेजगति और लापरवाही से चलाने और मारूति वेन में टक्कर मारने के मामले में 12 मर्ग कायम किए हैं।

Web Title: Madhya Pradesh: One can not stop seeing 12 economies together

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