मध्य प्रदेश: आदिवासी बच्चों ने कलेक्टर सुनाई आपबीती, होस्टल कर्मचारी खाने में थूककर देता है भोजन
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: March 23, 2018 16:17 IST2018-03-23T16:12:05+5:302018-03-23T16:17:32+5:30
छात्रावास के इन साफ-सफाई करवाई जाती है इतना ही नहीं उनसे शौचालय तक साफ करवाया जाता है।

मध्य प्रदेश: आदिवासी बच्चों ने कलेक्टर सुनाई आपबीती, होस्टल कर्मचारी खाने में थूककर देता है भोजन
गुना, 23 मार्च। मध्य प्रेदश के गुना से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक खबर सामाने आई है। एक ओर जहां सरकार आदीवासी और जनजातिय इलाकों के बच्चों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने, उनके विकास और बेहतर शिक्षा के लिए करोड़ो रुपये खर्च कर रही है वहीं एक छात्रावास के बच्चों ने कलेक्टर को अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि होस्टल का कर्मचारी उनके भोजन में थूककर खाना परोसता है।
Students seen making chapatis at Junior Tribal Students' Hostel yesterday. Rajesh Jain, Collector, #Guna says, 'Additional District Magistrate was sent to investigate and the incident was found to be true. Hostel warden has been suspended.' #MadhyaPradeshpic.twitter.com/v4GfFdG7NC
— ANI (@ANI) March 23, 2018
इतना ही नहीं यहां रह रहे बच्चों के मानसिक और शारीरिक शोषण की खबरें भी सामने आई है। बच्चों ने बताया कि उनसे यहा रोटी बनवाई जाती है। साफ-सफाई करवाई जाती है इतना ही नहीं उनसे शौचालय तक साफ करवाया जाता है।
हांलाकि ये खबर सामने आने के बाद कलेक्टर न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। मामले में दोषी पाए गए होस्टल वार्डन को हटा दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों मध्य प्रदेश के धार जिले से भी कुछ इसी तरह की खबर सामने आई थी। जहां शासकीय आदिवासी कन्या छात्रावास उदियापुरा की छात्राओं ने वहां की अधीक्षिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए नाश्ता व भरपेट खाना नहीं देने और उन्हें मारने-पीटने की शिकायत की थी। इस मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर से लिखित शिकायत की थी।