मध्य प्रदेशः मंत्री बाला बच्चन ने ली पुलिस अधिकारियों की 'क्लास', अपराधियों में खौफ पैदा करने के दिए निर्देश
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 3, 2019 08:11 PM2019-01-03T20:11:53+5:302019-01-03T20:12:39+5:30
गृह मंत्री बच्चन ने कहा कि संसाधनों की कमियों को दूर किया जाएगा. प्रयास ऐसे हों कि अपराधों में कमी आए. गंभीर अपराधों में तत्काल एफआईआर हो. बच्चन ने कहा कि पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस बल का काम ऐसा हो कि कानून के नजरिये से मध्यप्रदेश आदर्श राज्य बन सके.
मध्य प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री बाला बच्चन ने पुलिस व्यवस्थाओं में कसावट लाने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस का अपराधियों में खौफ और जनता के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. गृह मंत्री बच्चन आज पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक ले रहे थे.
गृह मंत्री बच्चन ने कहा कि संसाधनों की कमियों को दूर किया जाएगा. प्रयास ऐसे हों कि अपराधों में कमी आए. गंभीर अपराधों में तत्काल एफआईआर हो. बच्चन ने कहा कि पुलिसिंग में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि पुलिस बल का काम ऐसा हो कि कानून के नजरिये से मध्यप्रदेश आदर्श राज्य बन सके.
मंत्री बच्चन ने सड़क दुर्घटना के बढ़ते हुए आंकड़ों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्रवार आंकडे़ प्रस्तुत किये जाए. सड़क दुर्घटनाओं का कारण अशिक्षा और जागरूकता में कमी हो सकती है. इस पर काम करना होगा. उन्होंने कहा कि आज की आवश्यकता थाना क्षेत्रों को परिणामोन्मुखी बनाना है.
पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ल ने बैठक में पुलिस बल की गतिविधियों की जानकारी दी. पहले सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने परिचय दिया. बैठक में आतंरिक सुरक्षा, साम्प्रदायिक हिंसा, किसान आंदोलन, मॉब-लिचिंग, पदोन्नति, महिला अपराध, साइबर क्राइम, डॉयल-100, सेफ सिटी और बजट पर चर्चा हुई.
महिला पुलिस की बढ़ेगी संख्या
पदोन्नति को लेकर गृहमंत्री ने कहा कि पदोन्नति के बारे में भी बैठक में चर्चा की गई है. इसके अलावा बाला बच्चन ने ग्रामीण अंचलों में भी पुलिस को और ज्यादा सशक्त बनाने को लेकर जोर दिया. उन्होंने कहा कि, महिला पुलिस कर्मियों को बढ़ाया जाएगा ताकी महिलाएं अगर थानों में रिपोर्ट लिखवाने जाए तो महिला पुलिसकर्मी ही शिकायत दर्ज करे.
बालाघाट, पेटलावद घटनाओं की होगी दोबारा जांच
मंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मंदसौर गोलीकांड की दोबारा जांच होगी. उन्होंने कह कि पेलटावद और बालाघाट विस्फोट की भी दोबारा जांच होगी. गृह मंत्री ने कांग्रेस सरकार के उस ऐलान को भी दोहराया जिसमें कहा गया कि भारत बंद के दौरान 2 अप्रैल 2018 को हुई हिंसा के मामले में फंसे निर्दोषों के केस वापिस लिए जाएंगे. बता दें कि मंदसौर में मध्य प्रदेश का बहुचर्चित गोलीकांड हुआ था.
6 जून 2017 को मंदसौर में हुए किसानों के हिंसक प्रदर्शन में शिवराज सरकार बैकफुट पर आ गई थी. आंदोलन में किसान इतने हिंसक हो गए कि सरकार को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाए. आंदोलन में करीब छह लोगों की जान चली गई थी. हिंसा के बाद बिगड़े हालात के बाद प्रदेश में शांति स्थापित करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उपवास किया था. आंदोलन के बाद पूरे देश खूब हंगामा मचा. मध्य प्रदेश सरकार ने आंदोलन की जांच के लिए जैन आयोग का गठन किया. और एक साल बाद भी ये नहीं पता कि किसानों पर गोली किसने चलाई.