मध्यप्रदेश सरकार ने हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर को एक करोड़ रुपये देकर सम्मानित किया
By भाषा | Updated: August 12, 2021 20:29 IST2021-08-12T20:29:39+5:302021-08-12T20:29:39+5:30

मध्यप्रदेश सरकार ने हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर को एक करोड़ रुपये देकर सम्मानित किया
भोपाल, 12 अगस्त मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को भोपाल में तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्य विवेक सागर को सम्मान स्वरूप एक करोड़ रुपए की राशि देने के अलावा खिलाड़ी को पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बनाने की घोषणा की । इसके अलावा, प्रदेश सरकार उन्हें एक पक्का मकान भी देगी।
भारतीय हॉकी टीम ने हाल ही में हुए तोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीता है, जिसमें विवेक भी शामिल थे।
चौहान ने विवेक सागर को शॉल और एक करोड़ रूपये की सम्मान निधि का चेक प्रदान करते हुए मध्यप्रदेश शासन में डीएसपी का पद देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘विवेक आज से मध्यप्रदेश के डीएसपी भी हैं।’’
उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के परिवार को पक्का मकान दिलवाएगी। उन्होंने कहा कि विवेक सागर का परिवार जिस नगर या ग्राम में मकान चाहेगा, वहीं उपलब्ध करवाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘तोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने केवल कांस्य पदक ही नहीं जीता है, बल्कि भारतीय हॉकी का यह पुनर्जागरण है।’’
विवेक सागर मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के चांदोन पिपरिया ग्राम के निवासी हैं।
चौहान ने कहा कि हॉकी का यह पदक जीतकर विवेक ने चांदोन पिपरिया गांव, इटारसी, मध्यप्रदेश एवं पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है। वे हमारी प्रेरणा हैं। राज्यों को इस दिशा में रूचि लेकर खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधायें दिलवाना हैं, जिससे वे स्वर्णिम इतिहास रच सकें।’’
चौहान ने इंटरनेशनल यूथ-डे पर आज यहां मिंटो हाल सभागार में मध्यप्रदेश के तोक्यो ओलंपिक- 2020 के पदक विजेता और प्रतिभागियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। चौहान ने विवेक सागर को अपने हाथों से ओलंपिक का कांस्य पदक पहनाया।
इस अवसर पर चौहान ने विवेक सागर के सहायक कोच शिवेन्द्र सिंह को 25 लाख रूपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि विवेक सागर एक साधारण परिवार के सदस्य हैं। उनके पिता शिक्षक हैं। खेल में रूचि रखने वाले बच्चों के माता-पिता बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलने का भी अवसर दें। इससे खेल प्रतिभायें प्रोत्साहित होंगी।
चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश के खिलाड़ी परिश्रम के साथ खेल अभ्यास कर रहे हैं। आने वाले समय में हम अनेक खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमने हॉकी में दुनिया के सामने अपनी श्रेष्ठता का सबूत दिया है। महिला हॉकी में भी भारत का भविष्य उज्जवल है। ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम चौथे नम्बर पर रही। वे आखरी मैच हारी जरूर लेकिन अच्छे खेल प्रदर्शन से पूरे देश का दिल जीत लिया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा महिला हॉकी टीम की प्रत्येक खिलाड़ी को 31-31 लाख रूपये देकर सम्मानित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि आज भोपाल के स्मार्ट पार्क में हॉकी पुनर्जागरण के प्रति तीन पौधे भी लगाये गये हैं।
सम्मान समारोह में हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने खेल प्रेम का परिचय दिया है और आज प्राप्त सम्मान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने बताया कि उन्हें हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा था कि खोने के लिए हमारे पास कुछ नहीं है, मुझे मित्रों और परिवार के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा।
सागर ने कहा कि मध्यप्रदेश की खेल अकादमी में उन्होंने वर्ष 2013 में ज्वाइन किया था। यहां अच्छे प्रशिक्षक, डाइट, खेल सामग्री और उपकरण की सुविधा मिली और अन्य लोगों ने तो प्रेरित किया ही लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए स्व-प्रेरणा का भी अपना महत्व है।
उन्होंने कहा, ‘‘अनुशासन, कड़ी मेहनत और सभी के प्रति सम्मान भाव रखने से सफलता मिलती है।’’
इस अवसर पर प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि खेल विभाग का बजट बढ़ाने से लेकर खिलाड़ियों के प्रोत्साहन तक हर कदम में मुख्यमंत्री चौहान का साथ रहा है और हम कई वर्ष से ओलंपिक के द्वार पर पदक प्राप्ति के लिए दस्तक दे रहे थे और विवेक सागर ने इस द्वार को खोला है।
सांसद और प्रदेश ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष वी. डी. शर्मा ने कहा कि राज्य में 18 खेल अकादमी हैं और खेलों के उन्नयन के लिए सभी कदम उठाये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर के साथ ही उनके पिता रोहित प्रसाद और कमला देवी का भी सम्मान किया। चौहान ने पूर्व ओलंपिक खिलाड़ी और प्रख्यात हॉकी प्रतिभा मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक कुमार ध्यानचंद का भी सम्मान किया । गौरतलब है कि अशोक कुमार ध्यानचंद ने ही विवेक सागर को भी प्रशिक्षण दिया है।
उन्होंने इस अवसर पर ऐश्वर्य प्रताप सिंह को भी सम्मानित किया। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के निवासी ऐश्वर्य प्रताप सिंह खेल विभाग की शूटिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ओलंपिक में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। चौहान ने उन्हें दस लाख रूपये की सम्मान निधि प्रदान किया।
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