मध्यप्रदेश: बिजली महंगी की तैयारी में सरकार, 12 फीसदी तक बढ़ सकते हैं दाम
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 3, 2019 05:55 AM2019-06-03T05:55:02+5:302019-06-03T05:55:02+5:30
बिजली कंपनी ने पिछले 23 और 25 मई को दोबारा रिव्यू पिटीशन दायर की, जिसमें 4098 करोड़ का घाटा बताते हुए 12 फीसदी बिजली के दाम बढ़ाने की सिफारिश की गई.
मध्यप्रदेश में सरकार बिजली महंगी करने की तैयारी कर रही है. बिजली कंपनियों ने इसके लिए सरकार को प्रस्ताव दिया है. अगर सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी तो 12 प्रतिशत तक बिजली महंगी हो सकती है.
राज्य में बिजली कंपनियां बिजली के दाम बढ़ाना चाहती है. इसके लिए कंपनियों द्वारा एक प्रस्ताव सरकार को दिया गया है. सूत्रों के अनुसार बिजली कंपनी ने फरवरी 2019 में मप्र विद्युत नियामक आयोग को टैरिफ प्रस्ताव भेजा है, इसमें 1.5 फीसद औसत बढ़ोतरी का जिक्र किया गया है.
बिजली कंपनी ने पिछले 23 और 25 मई को दोबारा रिव्यू पिटीशन दायर की, जिसमें 4098 करोड़ का घाटा बताते हुए 12 फीसदी बिजली के दाम बढ़ाने की सिफारिश की गई. सूत्रों की माने तो साल नवंबर 2018 में मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने टू-अप पिटीशन दायर कर 3837 करोड़ रुपए का घाटा दर बढ़ाकर मांगा था, जिसे आयोग ने मंजूर किया है. इसी के बाद दाम बढ़ाने की तैयारी हुई.
बिजली कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार 100 यूनिट बिजली की खपत वाले उपभोक्ता के मौजूदा बिल में करीब 25 रुपए अतिरिक्त बोझ आएगा. घरेलू उपभोक्ता को मौजूदा टैरिफ के मुताबिक औसत दाम 5.95 रुपए प्रति यूनिट बिजली मिलती है. बिजली की मौजूदा दर के हिसाब से अभी 100 यूनिट बिजली बिल का दाम करीब 517 रुपए आता है. बिजली के दाम बढ़े तो ये करीब 542.50 रुपए के आसपास होगा. करीब 25 रूपए का अंतर आएगा.
फिक्स चार्ज भी बढ़ेगा
बिजली कंपनी ने फिक्स जार्च बिल में ऊर्जा प्रभार के साथ जुड़कर आता है. अभी उपभोक्ता को 101 यूनिट से 300 यूनिट तक खपत पर शहर में 90 और गांव में 65 रुपए जार्च देना होता था. इसे अब 80 रुपए किया है। 101 से 300 यूनिट में 17 रूपए प्रति आधा किलोवाट लोड पर बढ़ाकर 24 रुपए. तथा 300 यूनिट से ऊपर पर 21 रुपए प्रति आधा किलोवाट से बढ़ाकर 27 रुपए प्रति आधा किलोवाट करने का प्रस्ताव बनाया है.