मध्य प्रदेश चुनावः फर्जी सूचियों ने बढ़ाई परेशानी, सियासी गलियारों में मचा हड़कंप
By शिवअनुराग पटैरया | Updated: November 6, 2018 15:09 IST2018-11-06T15:09:00+5:302018-11-06T15:09:00+5:30
इंदौर जिले भाजपा प्रत्याशियों को लेकर पैंच फंसा हुआ है। भाजपा के दो ताकतवर नेता अपने-अपने हिसाब से प्रत्याशियों के नाम तय करवाना चाह रहे है।

मध्य प्रदेश चुनावः फर्जी सूचियों ने बढ़ाई परेशानी, सियासी गलियारों में मचा हड़कंप
मध्यप्रदेश मे विधानसभा चुनाव के साथ प्रत्याशियों की फर्जी सूचियों का दौरा-दौर प्रारंभ हो गया है। इसके चलते कई बार नेताओं प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं में उलझन और सांसत की स्थिति बनने लगती है। सोमवार (6 नवंबर) भी एक सूची ने मीडिया से लेकर सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया। बाद में इस सूची को लेकर भाजपा की ओर से खंडन किया गया।
दरअसल, इंदौर जिले भाजपा प्रत्याशियों को लेकर पैंच फंसा हुआ है। भाजपा के दो ताकतवर नेता अपने-अपने हिसाब से प्रत्याशियों के नाम तय करवाना चाह रहे है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयर्गीय अपनी-अपनी संतानों को टिकट दिलवाना चाह रहे हैं।
कैलाश विजयर्गीय अपने बैटे अकाश विजयर्गीय और सुमित्रा महाजन अपने बेटे मंदर महाजन को प्रत्याशी बनवाना चाहेती है। इसके साथ ही दोनों ही नेता अपने-अपने समर्थकों भी टिकट दिलवाने के लिए जोर लगा रहे है। इसी के कारण इंदौर की सभी सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही है।
प्रदेश मे भाजपा अब तक दो सूचियां जारी कर चुकी है। जिसमें क्रमशा: 177 और 17 नाम हैं। 17 नामों की दूसरी सूची जारी होने के बाद आज अपहान इंदौर की सभी नो सीटों के लिए प्रत्याशियोंको खड़ा करने की सूची वायरल हो गई।
यह सूची जारी होते ही मीडिया और राजनीतिक क्षेत्रों हलचल मंच गई क्योंकि इंदौर के नामों को लेकर चर्चा करने के लिए आज ही केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा की चुनाव समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रदेश प्रभारी विनय स्हत्रबुद्वे इंदौर गए थे। जहां उन्होंने सुमित्रा महाजन से बात की। यह इंदौर सूचि जारी होते ही नरेन्द्रसिंह तोमर ने इसका खंड़न करते हुए कहा कि यह सूची फर्जी है।