मध्य प्रदेश चुनाव: बीजेपी को झटका, राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य धीरज पटेरिया ने दिया इस्तीफा, टिकट ना मिलने से थे नाराज
By संजय परोहा | Published: November 6, 2018 08:33 PM2018-11-06T20:33:14+5:302018-11-06T20:33:14+5:30
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावा 2018: धीरज पटेरिया को टिकिट न देकर भाजपा से युवाओं का एक बहुत बड़ा वर्ग नाराज हो गया है और उसने भगावत का विबुल भी बजा दिया। भारतीय जनता पार्टी ने जबलपुर की तीन विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये हैं सभी के खिलाफ विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं।
जबलपुर मध्य प्रदेश विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट के सशक्त दाबेदार धीरज पटेलिया जो पूर्व प्रदेश भाजयुमो अध्यक्ष रह चुके वर्तमान में भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भी रहे। टिकट न मिलने पर उन्होंने भाजपा से प्राथमिक सदस्यता एवं भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा देकर महाकौशल की राजनीति में हलचल मचा दी। वर्तमान में भाजपा ने मंत्री शरद जैन को पुन: प्रत्याशी बनाया है। इसका विरोध भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बहुत दिनों से कर रहे थे।
टिकट ना मिलने से थे नाराज
धीरज पटेरिया को टिकट न देकर भाजपा से युवाओं का एक बहुत बड़ा वर्ग नाराज हो गया है और उसने भगावत का विबुल भी बजा दिया। भारतीय जनता पार्टी ने जबलपुर की तीन विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किये हैं सभी के खिलाफ विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं। पनागर विधानसभा से पूर्व विधायक नरेन्द्र त्रिपाठी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भारत सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू के खिलाफ में भी भाजपा का एक बड़ा वर्ग खुलकर विरोध कर रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के गृहजिले में भी खुलकर बगावत हो रही
बरगी विधानसभा क्षेत्र में भी प्रतिभा सिंह का विरोध शुरू हो गया है। वहीं इस बात के भी कई मायने सामने आ रहे हैं कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के गृहजिले में भी खुलकर बगावत हो रही है तो प्रदेश के बाकी शहरों में कैंसे भाजपा प्रत्याशियों एवं कार्यकर्ताओं को संतुष्ठ कर पायेंगे।अब भाजयुमो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया के इस्तीफे से सन्न भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुटी है, तो वहीं धीरज के समर्थक अपने नेता के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। बिना किसी तमाशे के धैर्य भाव से पार्टी कार्यालय में डेढ़ लाइन का इस्तीफा देने वाले धीरज ने स्वयं को गुप्त कर लिया है, लेकिन प्रदेश भर में फैले उनसे जुड़ी युवाओं की फौज उन पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रही है। धीरज के प्रभाव को जानने-समझने वाले भाजपा नेता समझ रहे हैं कि इस घटनाक्रम के परिणाम क्या होंगे। यही कारण है कि धीरज को मनाने की पुरजोर कोशिशें हो रहीं हैं।
भाजपा के टिकट वितरण के बाद पार्टी की युवा लॉबी में सवालों की बौछार
भाजपा के टिकट वितरण के बाद पार्टी की युवा लॉबी में ये सवाल तेजी से उठ रहा है कि पार्टी में युवाओं की अनदेखी आखिर क्यों की जा रही है। संयोग से भाजयुमो के एक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप मौर्य ने भी भाजपा पर युवाओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है। कहा जा रहा है कि ऐसे समय में जबकि कांग्रेस ने युवाओं पर पूर्ण विश्वास जताते हुए सम्मानजनक टिकटें दीं हैं, इस्तीफे के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेता धीरज के संपर्क में हैं, लेकिन अभी धीरज ने किसी भी तरह के पत्ते नहीं खोले हैं।पर युवाओं की नाराजगी से होने वाले नुकसान की बात से कोई इंकार नहीं कर रहा है।