मध्य प्रदेश चुनाव 2018: गठबंधन का एक और मौका चूकी कांग्रेस, कई सीटों पर हार का कारण बन सकती है ये पार्टी
By राजेंद्र पाराशर | Updated: October 30, 2018 17:37 IST2018-10-30T17:37:11+5:302018-10-30T17:37:34+5:30
कांग्रेस की ओर से जयस को इस बात का आश्वासन दिया गया कि वे कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ लें, जिस पर जयस संरक्षक तैयार नहीं हुए।

कमलनाथ की फाइल फोटो
मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बाद अब जयस संगठन भी कांग्रेस को झटका दे रहा है। जयस को कांग्रेस की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला है, जिसके चलते कल 31 अक्तूबर से वह अपने प्रत्याशी मैदान में उतारने की तैयारी कर चुका है। संभावना यह है कि जयस अब गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार सकता है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब यह तय हो गया है कि कांग्रेस सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी। जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) से चल रही बात भी टूटती नजर आ रही है। जयस के संरक्षक डा हीरालाल अलावा ने आज इंदौर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान गठबंधन को लेकर चल रही चर्चा में बड़ी समस्या कुक्षी विधानसभा सीट रही।
कांग्रेस की ओर से जयस को इस बात का आश्वासन दिया गया कि वे कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ लें, जिस पर जयस संरक्षक तैयार नहीं हुए। वहीं कांग्रेस के साथ जो 15 सीटों की बात की जा रही थी, उस पर भी जयस को कांग्रेस की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
इसके चलते अब कांग्रेस से जयस दूरी बनाने की तैयारी कर चुकी है। जयस के कुक्षी स्थित कार्यालय में संगठन के पास आए दावेदारों के आवेदनों की अंतिम स्कूटी तेज कर दी और कल 31 अक्तूबर से प्रत्याशियों के मैदान में उतारने की बात कही जा रही है।
कांग्रेस ने नहीं दिया संतोषजनक जवाब
जयस के संरक्षक डा। हीरालाल अलावा ने कहा कि कांग्रेस की ओर से हमें अब तक संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया है। इसके चलते हम अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे। डा। अलावा ने बताया कि हमने मालवा-निमाड़ में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारने की तैयारी कर ली है। हम संभवत: कल 31 अक्तूबर से अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर देंगे। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के चुनाव चिन्ह पर प्रत्याशी उतारने के सवाल पर उन्होंने कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से हमारी चर्चा हुई है, हम इस पर विचार कर रहे हैं।