मध्य प्रदेश: कांग्रेस 40 सीटें देकर कर सकती है 'जयस' से गठबंधन
By भाषा | Published: October 25, 2018 01:25 AM2018-10-25T01:25:30+5:302018-10-25T02:09:50+5:30
बसपा प्रमुख मायावती ने तीन अक्टूबर को लखनऊ में घोषणा की थी कि बसपा मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन करने में असफल रही कांग्रेस मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अब जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) से गठबंधन करने के लिए बातचीत कर रही है ताकि सत्तारूढ़ को भाजपा हराया जा सके।
जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बुधवार को बताया, ‘‘कांग्रेस हमारे साथ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्री-पोल गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है।’’ इसी बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर इस बात की पुष्टि की है कि जयस के साथ गठबंधन के लिए चर्चा चल रही है।
‘अबकी बार मध्य प्रदेश में आदिवासी सरकार’ का नारा देने वाले अलावा ने कहा, ‘‘जयस मुख्य रूप से पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, रतलाम, झाबुआ, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, देवास एवं बड़वानी जिलों के अंतर्गत आने वाली विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी, क्योंकि इन इलाकों में आदिवासी मतदाताओं की संख्या बड़ी तादात में है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने कांग्रेस से प्री-पोल गठबंधन करने के लिए 230 विधानसभा सीटों में से 40 सीट मांगी है।’’ अलावा ने कहा,‘‘हमारा ध्यान खासकर पश्चिम मध्य प्रदेश स्थित मालवा-निमाड़ की 66 विधानसभा सीटों में से 28 सीटों पर रहेगा। इन 28 सीटों में से 22 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं और इन 22 सीटों में से कांग्रेस की झोली में वर्तमान में केवल पांच सीटें ही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जयस ने दो अक्टूबर को धार जिले के कुक्षी में ‘किसान पंचायत’ की थी। इसमें एक लाख से ज्यादा आदिवासी युवा शामिल हुए थे। इससे हमने बता दिया है कि मालवा-निमाड़ में हमारी क्या ताकत है।’’ वर्ष 2013 के पिछले विधानसभा चुनावों में मालवा-निमाड़ की इन 66 सीटों में से भाजपा ने 56 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस को केवल नौ सीटों से संतोष करना पड़ा था। भाजपा के बागी नेता के खाते में एक सीट आयी थी जिसने अपनी पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।
बसपा प्रमुख मायावती ने तीन अक्टूबर को लखनऊ में घोषणा की थी कि बसपा मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी।