मध्य प्रदेश चुनावः सूबे में इस बार पड़े 74.85 फीसदी वोट, एक मतदान केंद्र पर पुर्नमतदान की सिफारिश
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: November 29, 2018 19:48 IST2018-11-29T19:48:16+5:302018-11-29T19:48:16+5:30
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने गुरुवार (29 नवंबर) शाम संवाददाताओं को बताया कि राज्य में हुए कुल मतदान में महिलाओं का प्रतिशत 73.86 और पुरूषों का प्रतिशत 75.72 रहा है, जो पिछले चुनाव के जेंडर रेशियों से ज्यादा है।

मध्य प्रदेश चुनावः सूबे में इस बार पड़े 74.85 फीसदी वोट, एक मतदान केंद्र पर पुर्नमतदान की सिफारिश
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए 28 नवंबर को हुए मतदान का अंतिम आंकड़ा 74.85 तक पहुंच गया है। 2013 में हुए मतदान में यह प्रतिशत 72.13 था। इस आंकड़े में पोस्टल बैलेट की संख्या नहीं जोड़ी गई है। पोस्टल बैलेट की संख्या जोड़ने पर मतदान एक फीसदी तक बढ़ जाएगा।
राज्य के एक मतदान केन्द्र मोहली में वोटिंग मशीन में मत बढ़ने पर निर्वाचन आयोग को पुर्नमतदान की सिफारिश की गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने गुरुवार (29 नवंबर) शाम संवाददाताओं को बताया कि राज्य में हुए कुल मतदान में महिलाओं का प्रतिशत 73.86 और पुरूषों का प्रतिशत 75.72 रहा है, जो पिछले चुनाव के जेंडर रेशियों से ज्यादा है। 2013 में हुए मतदान में महिलाओं ने 70.11 और पुरूषों ने 73.95 प्रतिशत मतदान किया था।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतदान के ताजा आंकड़ों में पोरटल बैलट की संख्या नहीं जोड़ी गई है, पोस्टल बैलट की संख्या जुड़ने पर मतदान का कुल प्रतिशत एक प्रतिशत के आसपास तक बढ़ सकता है, जबकि 2013 के चुनाव में पोरटल बैलट के कारण मतदान का आंकड़ा आध प्रतिशत बढ़ गया था।
राव ने बताया कि अभी राज्य के सभी 65 हजार 367 मतदान केन्द्रों से प्राप्त मतदान के आंकड़ों की गणना चल रही है। इसके बाद मतदान के अंतिम आंकड़ों में कुछ हेरफेर हो सकता है। अभी तक 40 जिलों के मतदान केंद्रों की गणना को मिलाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि सतना में ईवीएम खराब होंने के कारण मतदान प्रभावित होंने को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी की शिकायत पर आब्जर्वर की रिपोर्ट के आधार पर निर्वाचन आयोग को कोई रिपोर्ट भेजी जाएगी। इसके बाद ही कोई फैसला हो पाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि राज्य के श्योपुर में 78.40, मुरैना 68.25, भिंड में 61.57, ग्वालियर में 62.64, दतिया में 72.63, शिवपुरी में 75.94, गुना में 74.29, अशोक नगर में 74.77, सागर में 73.11, टीकमगढ़ में 78.48, छतरपुर में 67.73, दमोह में 74.58, पन्ना में 73.98, सतना में 74.13, रीवा में 69.54, सीधी में 69.03, सिंगरौली में 69.85, शहडोल 76.01, अनूपुर में 73.49, उमरिया में 77.29, कटनी में 74.46, जबलपुर में 70.38, डिंडोरी में 79.04 मंडला में 78.20, बालाघाट में 80.19, सिवनी में 80.19, नरसिंहपुर में 81.33, छिंदवाड़ा में 83.76, बतूल में 83.49, हरदा में 81.66, होशंगाबाद में 80.56, रायसेन में 76.02, विदिशा में 73.65, भोपाल में 65.40, सीहोर में 81.50, राजगढ़ में 82.79, आगर मालवा में 82.93, शाजापुर में 89.22, देवास में 81.19, खंडवा 76.06, बुरहानपुर में 72.62, खरगौन 78.26, बड़नानी में 77.19, अलीराजपुर में 60.23, झाबुआ में 73.29, धार में 71.44, उज्जैन 76.61, रतलाम में 81.90, मंदसौर में 81.29 और नीमच जिले में 82.24 प्रतिशत मतदान हुआ।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि अनूपपुर जिले के जिस मोहड़ी मतदान केंद्र की मशीन पर रजिस्टर में दर्ज 550 मतों से 56 मत ज्यादा पाए गए हैं। उसका कारण यह है कि पीठासीन अधिकारी के लंच पर जाने की अवधि में दूसरा अधिकारी मशीन को ठीक से संचालित नहीं कर पाया. इसके कारण यह संख्या बढ़ी है। हमने निर्वाचन आयोग को इसकी रिपोर्ट भेज दी है।
उन्होंने बताया कि इस बार के मतदान में राज्य के किसी भी स्थान पर मतदान के बहिष्कार की कोई जानकारी नहीं आई है। जब एक संवाददाता ने कहा कि सागर जिले मिलेट्री कैंप एरिया में स्थित तीन मतदान केंद्रों पर कोई मत नहीं पड़ा तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच करवाई जाएगी।