मध्य प्रदेश: धनप्रसाद अहिरवार मौत मामले को लेकर कांग्रेस ने कहा- झूठ की राजनीति कर भ्रम फैला रही भाजपा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: January 30, 2020 04:42 IST2020-01-30T04:42:37+5:302020-01-30T04:42:37+5:30
सरकार की ओर से धनप्रसाद के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई थी, साथ ही आर्थिक सहायता की व्यवस्था भी की गई है. भाजपा दलितों के नाम पर झूठ की राजनीति कर भ्रम फैलाने का काम कर रही है. यह बात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा और मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कही.

कांग्रेस पार्टी का झंडा। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राजनीतिक स्वार्थपूर्ति के लिए भाजपा देश की एकता और अखंडता को तोड़ने का प्रयास कर रही है. सागा में धनप्रसाद अहिरवार की मौत को लेकर भाजपा द्वारा झूठा प्रचार किया जा रहा है. जबकि सरकार की ओर से धनप्रसाद के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई थी, साथ ही आर्थिक सहायता की व्यवस्था भी की गई है. भाजपा दलितों के नाम पर झूठ की राजनीति कर भ्रम फैलाने का काम कर रही है. यह बात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा और मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने कही.
ओझा ने कहा कि प्रदेश के सागर जिले में घटी अप्रत्याशित दु:खद घटना में एक अनुसूचित जाति परिवार के व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीड़ित के समुचित इलाज की व्यवस्था के साथ ही पर्याप्त आर्थिक सहायता देना भी सुनिश्चित कर दिया था, लेकिन हर घटना में अपनी राजनैतिक स्वार्थपूर्ति का अवसर देखने वाली भारतीय जनता पार्टी ने इसे राजनैतिक मुद्दा बनाकर, घटना को सांप्रदायिक रूप देने का घृणित प्रयास किया है.
उन्होंने घटना को लेकर कहा कि यह बात साफ हो गई है कि सागर में हुई घटना पड़ोसी परिवारों के आपसी विवाद की दु:खद परिणति है. ओझा ने कहा कि इस घटना में जहां एक ओर सरकार और प्रशासन द्वारा सभी दोषियों को गिरफ्तार कर जेल में डालने के साथ ही, दंडित करने की कार्यवाही शुरू की जा चुकी है, वहीं मृतक युवक के परिवारजनों को 8.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी, मकान के साथ ही सभी आवश्यक सुविधाएं और सुरक्षा की व्यवस्था मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा की गई है.
उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद प्रदेश में जिम्मेदार पद पर रह चुके पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पार्टी के लोग उक्त दु:खद घटना को लेकर लगातार झूठ परोसने का काम कर रहे हैं. सागर में उनके द्वारा दोषियों को गिरफ्तार न करने संबंधी दिया गया भाषण पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा था, जबकि हकीकत यह है कि मृतक के परिवार के द्वारा अब तक दिए अपने बयानों में जिन लोगों का जिक्र किया गया है, उन्हें पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. इस तरह भाजपा और उसके नेता झूठ की राजनीति कर भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यही नहीं घटना के दोषियों को सजा दिलाने तथा पीड़ित पक्ष को राहत और मदद पहुंचाने की दिशा में मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशन में सरकार द्वारा कानूनी प्रावधानों के तहत पीड़ित के परिवारजनों को अधिकतम आर्थिक सहायता एवं अन्य मददें दी जा चुकी हैं, लेकिन यह शर्मनाक है कि इस मुददे पर ओछी राजनीति कर रही भाजपा और उसके सांसदों व विधायकों द्वारा पीड़ित परिवार को अपने स्वेच्छानुदान से अब तक एक रुपये की भी मदद नहीं दी गई है, साफ है कि भाजपा इस मुददे पर पीड़ित परिवार की कोई वास्तविक सहायता करने की बजाय केवल मुंह चलाने की राजनीति कर रही है.
शिवराज शासन की घटनाओं पर मौन क्यों भाजपा
शोभा ओझा ने कहा कि भाजपा को दलितों की भावनाओं और संवेदनाओं से अधिक अपनी राजनीति चमकाने की चिंता है. यदि ऐसा नहीं है तो दलितों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे भाजपा नेताओं को पहले यह बताना चाहिए कि मध्य प्रदेश में भाजपा के 15 वर्षीय कार्यकाल में घटित हुई अन्याय, अत्याचार, उत्पीड़न और शोषण की हजारों घटनाओं पर भाजपा के लोग चुप्पी क्यों साधे रहे. तत्कालीन भाजपा सांसद वीरेन्द्र कुमार के सांसद दरबार में कलेक्टर परिसर पर स्वर्गीय बाबा शिवकुमार चौधरी के साथ घटित घटना में हुई मौत का मामला हो, भाजपा के विधायक राहुल लोधी जो उमा भारती के भतीजे हैं, उन्होंने अपनी गाड़ी से तीन दलितों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था.