बीजेपी के किसान आंदोलन के खिलाफ मध्य प्रदेश के मंत्रियों ने खोला मोर्चा, कृषि मंत्री ने कहा किसानों को गुमराह कर रही है बीजेपी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 30, 2019 06:10 AM2019-10-30T06:10:20+5:302019-10-30T06:10:20+5:30
मध्य प्रदेश: राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही किसानों की ऋण माफी को मुद्दा भाजपा लगातार उठा रही है. इस मुद्दे पर कई बार कांग्रेस को अपने ही नेताओं ने भी घेरा है.
मध्य प्रदेश में किसानों और कृषि ऋण माफी को लेकर भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने-सामने आ गई है. भाजपा ने जहां 4 नवंबर को किसान आक्रोश आंदोलन करने की तैयारी कर ली है, वहीं भाजपा के इस आंदोलन के खिलाफ राजय की कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने मोर्चा खोल दिया है.
राज्य के कृषि मंत्री सचिन यादव ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह किसानों को गुमराह करने का काम रही है. यादव ने कहा कि भाजपा किसानों के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं. वहीं पंचायत मंत्री ने कहा है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अपना पद बचाने के लिए किसान आंदोलन कर रहे हैं.
राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही किसानों की ऋण माफी को मुद्दा भाजपा लगातार उठा रही है. इस मुद्दे पर कई बार कांग्रेस को अपने ही नेताओं ने भी घेरा है. अब फिर से यह मुद्दा गर्माया है. भाजपा ने झाबुआ में मिली करारी हार के बाद फिर से प्रदेश की कमलनाथ सरकार को किसान ऋण माफी के मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनाई है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा है कि कांग्रेस सरकार जो प्रदेश में बिजली बिल हाफ करने का दावा करती थी, उसने बिजली ही साफ कर दी. सिंह के मुताबिक भाजपा 4 नवंबर को पूरे मध्यप्रदेश में किसान आक्रोश आंदोलन करेगी, जिसमे बिजली के बकाया बिल, फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा और किसान कर्जमाफी को लेकर सरकार के रवैये का विरोध किया जाएगा. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है और खुद मुख्यमंत्री को ये बात स्वीकार करनी चाहिए.
वहीं कृषि ऋण माफी के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेता ही अपनी सरकार को घेरते रहे हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा से कांग्रेस के विधायक लक्ष्मण सिंंह ने तो इसे लेकर राहुल गांधी से किसानों से माफी मांगने की मांग तक कर डाली थी. इसके बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी बार-बार किसान कर्ज माफी को लेकर कमलनाथ सरकार को घेरते नजर आए हैं.
किसान ने दिवाली पर की ऋण माफी पत्र की पूजा
प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने एक ट्वीट कर भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा नेता अब ये स्वीकार करें कि जय किसान फसल ऋण माफी की योजना को लेकर वो सिर्फ किसानों को गुमराह कर रही है और राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे है. जबकि प्रदेश का अन्नदाता ऋण माफी के बाद खुशहाल हो चुका है.
कृषि मंत्री सचिन यादव ने ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी पोस्ट की है जिसमें एक युवक किसान ऋण माफी के प्रमाण पत्र की पूजा करता नजर आ रहा है. यादव ने अपने ट्वीट में इस युवक के बारे में भी बताया है. कृषि मंत्री ने लिखा है कि ये खरगौन जिले के बड़वाह विधानसभा क्षेत्र के थरवर गांव का किसान मनोहर ठाकुर है. इनका 1 लाख 83 हजार रुपए का ऋण माफ हुआ है और दिवाली पर मनोहर ठाकुर ने ऋण माफी के पत्र की पूजा कर मुख्यमंत्री कमलनाथ को तिलक लगाया.
अपने बचाव के लिए राकेश सिंह कर रहे आंदोलन
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भाजपा पर हमला बोला.उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कांग्रेस के सरकार के खिलाफ बयानबाजी करना छोड़ दें. जनता ये जानती है कि भाजपा ने उन्हें किस तरह से धोखा दिया है. पटेल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें पद से हटाने की चर्चा शुरू हो चुकी है, इसलिए वे अपने बचाव में 4 नवंबर को पूरे प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करने जा रहे है. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार किसान कर्ज माफी के नाम पर किसानों से वादा खिलाफी कर चुकी है, जिसके चलते शिवराज सरकार में सबसे अधिक किसानों ने आत्म हत्या की है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कांग्रेस सरकार के खिलाफ झूठी बयानबाजी करना छोड़ दें.