Madhya Pradesh: एक्शन में CM मोहन यादव , नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में हुए नाराज, आंवटित मद की राशि को अन्य मद में खर्च करने पर लगाई फटकार
By आकाश सेन | Updated: December 20, 2023 00:41 IST2023-12-19T17:55:18+5:302023-12-20T00:41:06+5:30
भोपाल : एमपी की मोहन सरकार लगातार एक्शन में नजर आ रही है । प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक ली । बैठक में आवंटित मद की राशि अन्य मद में खर्च करने को लेकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई।

Madhya Pradesh: एक्शन में CM मोहन यादव , नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में हुए नाराज, आंवटित मद की राशि को अन्य मद में खर्च करने पर लगाई फटकार
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक की। इस दौरान सीएम ने आवंटित मद की राशि अन्य मद में खर्च करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस तरह के प्रकरणों की जांच करने की भी बात कही ।
विधानसभा भवन के मीटिंग हाल में हुई मीटिंग में सीएम मोहन यादव ने नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक की। जिसमें कई अहम निर्देश दिए हैं। वहीं मीटिंग में मुख्यमंत्री ने आवंटित मद की राशि अन्य मद में खर्च करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में इस तरह के प्रकरणों की जांच होगी। साथ ही उन्होंने कंपाउंडिंग और बिल्डिंग परमिशन की व्यवस्था सरल करने के निर्देश दिए हैं।
शिप्रा नदी का होगा शुद्धिकरण
सीएम ने उज्जैन शिप्रा शुद्धिकरण के लिए प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश दिए है। डॉ यादव ने कहा कि गंदा पानी शिप्रा नदी में न मिले यह सुनिश्चित करें। प्रोजेक्ट में नई तकनीक से पानी का दोबारा उपयोग करने लायक बनाएं।
हुकुमचंद मिल के मजूदरों को मिलेगा बकाया पैसा
वहीं नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री मोहन ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, इंदौर की हुकुमचंद मिल के मजदूरों को बकाया पैसा दिया जाएगा। सीएम ने मजदूरों को भुगतान के लिए 464 करोड़ रुपए की राशि को मंजूरी दी है।मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने मिल के मजदूरों को मिलने वाली 464 करोड़ रुपये की बकाया राशि से संबंधित फाइल पर हस्ताक्षर कर अपनी स्वीकृति दे दी है। दो दशकों से भुगतान लंबित था, लंबे समय के बाद पुरानी मांग पूरी हुई है।
मांस बिक्री के लिए बनेंगे मार्केट
इसके अलावा नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी निकायों में मछली, मटन की बिक्री के लिए मार्केट बनाएं। मार्केट के निर्माण होने तक शेड की व्यवस्था की जाए।