ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपनी ही सरकार पर वादाखिलाफी के आरोप का सीएम कमलनाथ ने जवाब दिया है। कमलनाथ ने कहा कि सिंधिया ने सही कहा कि किसानों का 50 हजार रुपये तक का कर्ज माफ हुआ है। कमलनाथ ने कहा, 'हमने पहली किश्त में 50 हजार तक के कर्ज माफी की बात कही थी। अगली किश्त में 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा। मैं 2 लाख रुपये तक के कर्जमाफी के वादे पर कायम हूं। मुझे लगता है कि जनता अपने नेताओं पर भरोसा करती है।'
इससे पहले ज्योतिरादित्य ने भिंड में कहा था कि किसानों के सिर्फ 50 हजार रुपये तक के कर्ज माफ हुए हैं जबकि वचन पत्र में दो लाख तक का कर्ज माफ होने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि सभी किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है।
सिंधिया ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वो अन्नदाताओं के साथ कंधा मिलाकर खड़ी रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित किसानों को प्रति बीघे के हिसाब से 8-30 हजार रुपये तक का मुआवजा मिलना चाहिए। इस बाबत उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से बात भी की है।
सिंधिया के इस बयान से सियासी गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया था। इसलिए कमलनाथ ने शनिवार को उनके बयान पर प्रतिक्रिया देकर इस विवाद को शांत कराने की कोशिश की है। पिछले दिनों भी सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी को आत्मवलोकन करने की नसीहत दी थी।