Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 1925-2024: पीएम मोदी और अमित शाह ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस पर बधाई दी, एक्स पर लिखा...
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 12, 2024 10:53 AM2024-10-12T10:53:24+5:302024-10-12T10:56:09+5:30
Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 1925-2024: संघ की स्थापना केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजया दशमी के दिन नागपुर में की थी।
Nagpur RSS Vijayadashmi Utsav 1925-2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थापना दिवस के अवसर पर इसके सदस्यों को बधाई दी और कहा कि अपनी स्थापना के बाद से यह संगठन भारतीय संस्कृति की रक्षा और युवाओं में देशभक्ति के विचारों को विकसित करने का उल्लेखनीय काम कर रहा है। संघ की स्थापना केशव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में विजया दशमी के दिन नागपुर में की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को लोगों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं।
मां भारती की सेवा में जीवनपर्यंत समर्पित रहीं राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी को उनकी जन्म-जयंती पर सादर नमन। pic.twitter.com/GTgYnqAUcw
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2024
अनुशासन और देशभक्ति के अद्वितीय प्रतीक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी स्वयंसेवकों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।@RSSorg अपनी स्थापना से ही भारतीय संस्कृति की रक्षा व युवाओं को संगठित कर उनमें राष्ट्रभक्ति के विचारों को सींचने का उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। एक ओर RSS… pic.twitter.com/TEXWi4H2Au— Amit Shah (@AmitShah) October 12, 2024
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देशवासियों को विजयादशमी की असीम शुभकामनाएं। मां दुर्गा और प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी को जीवन के हर क्षेत्र में विजय हासिल हो, यही कामना है।’’ विजयादशमी असुरों के राजा रावण पर भगवान राम की जीत का प्रतीक है और इसके साथ ही दुर्गा पूजा उत्सव का समापन होता है।
देशवासियों को विजयादशमी की असीम शुभकामनाएं। मां दुर्गा और प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से आप सभी को जीवन के हर क्षेत्र में विजय हासिल हो, यही कामना है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 12, 2024
शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अनुशासन और देशभक्ति के अद्वितीय प्रतीक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी स्वयंसेवकों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। संघ अपनी स्थापना से ही भारतीय संस्कृति की रक्षा एवं युवाओं को संगठित कर उनमें राष्ट्रभक्ति के विचारों को सींचने का उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।”
राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) October 12, 2024
सादगी की प्रतिमूर्ति, राजमाता जी ने राजसी जीवन का त्याग कर संगठन के प्रति समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। आपातकाल के दौरान उनके साहस और संघर्ष ने लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
राजमाता… pic.twitter.com/akuEvq53sl
उन्होंने कहा कि संघ समाज सेवा के कार्यों को गति देकर हर वर्ग को सशक्त बनाने के साथ ही शैक्षणिक प्रयासों से देशहित के प्रति समर्पित देशभक्तों का निर्माण कर रहा है। गृहमंत्री ने विजया दशमी के अवसर पर भी देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने एक संदेश में कहा कि विजया दशमी अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक, विजया दशमी का यह पर्व सभी को अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त कर धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रभु श्री राम सभी का कल्याण करें। जय श्री राम।” विजया दशमी दुर्गा पूजा के समापन और असुरों के राजा रावण पर भगवान राम की विजय का प्रतीक है।
एक अलग संदेश में शाह ने भाजपा नेता राजमाता विजयाराजे सिंधिया को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वह (राजमाता सिंधिया) सादगी की प्रतिमूर्ति थीं और आपातकाल के दौरान उनके साहस और संघर्ष ने लोकतंत्र की पुनर्स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, “राजमाता सिंधिया जी की देश के प्रति निष्ठा और जनकल्याण के कार्यों को देश सदैव याद रखेगा।” ग्वालियर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली राजमाता सिंधिया भाजपा की उपाध्यक्ष और सांसद थीं। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1919 को हुआ था।